उदयपुर. बांसवाड़ा की एसीबी टीम ने प्रतापगढ़ जिले के धरियावद में मंगलवार को एक गिरदावर को नौ हजार रूपये रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया.
एसीबी के पुलिस उपाधीक्षक हैरंब जोशी के अनुसार मूंगाणा निवासी गोपाल टेलर ने अपने गांव में कृषि भूमि के नामान्तरण के लिए आवेदन किया था. गोपाल टेलर प्लॉट खरीदने के बाद विदेश चला गया था. लौटकर आया व नामान्तरण खुलवाने गया तो गिरदावर लक्ष्मीलाल प्रजापति ने 20 हजार रूपये में सारा काम निपटाने का आश्वासन दिया. इसकी शिकायत टेलर ने एसीबी में की. पहले टेलर पांच हजार रूपये दे चुका था और जब एसीबी ने सत्यापन करवाया तो तीन हजार रूपये और दिये. मंगलवार दोपहर प्रार्थी टेलर तहसीलदार कार्यालय धरियावद गया और गिरदावर लक्ष्मीलाल को नौ हजार रूपये दिये. जैसे ही लक्ष्मीलाल ने राशि हाथ में ली, ब्यूरो टीम ने उसे रंगे हाथों गिरफ्तार किया. पुलिस उपाधीक्षक जोशी ने बताया कि मामले से संबंधित दस्तावेज जब्त कर आरोपी लक्ष्मीलाल को गिरफ्तार कर लिया गया. जोशी ने बताया कि टीम में वे स्वयं, एलडीसी राजकुमार, गणेशलाल, रतनसिंह, गणेशप्रसाद, जितेन्द्र झाला, प्रभुलाल शामिल थे जबकि शिक्षा विभाग के दो राजपत्रित अधिकारियों को कार्यवाही में सम्मिलित किया गया.
लक्ष्मी लाल प्रजापत पटवारी के रूप में सेवा देने 1997 में सबसे पहले धरियावद आए थे. यहां वे लगातार धरियावद तहसील के खुन्ता पिपलिया, धरियावद मुंगाणा आदि पंचायतों में रहे. अगस्त 2017 में भू-निरीक्षक के पद पर पदोन्नति बाद पटवारी-मूंगाणा का अतिरिक्त कार्यभार अगस्त 2017 में मिला व जून 2018 तक रहा. प्रजापत ने यहां रहते धरियावद में एक पक्का मकान तथा कस्बे की चारों दिशाओं में प्लाट ले रखे हैं, लसाड़िया रोड स्थित सुकली नदी के समीप 5 बीघा कृषि भूमि है. उदयपुर में आलीशान बंगला है. नकदी व जेवरात अलग हंै. एसीबी टीम सभी ठिकानों की जांच पड़ताल कर रही है.
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