लखनऊ. दिनांक 13 सितम्बर 2023 को एसजीपीजीआई में पीडियाट्रिक गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभाग द्वारा राष्ट्रीय पोषण माह के अवसर पर सीलिएक रोग से सम्बंधित जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस अवसर पर संस्थान के निदेशक प्रो. आर के धीमान, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक प्रो. संजय धीराज, चिकित्सा अधीक्षक प्रो. वी के पालीवाल सहित गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. युसी घोषाल, प्रो. प्रवीर राय, प्रो. समीर मोहिंद्रा तथा पीडियाट्रिक गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफ उज्जल पोद्दार, प्रो. अंशु श्रीवास्तव, प्रो. एल के भारती और डॉ मोइनक सेन शर्मा उपस्थित हुए.
राष्ट्रीय पोषण माह के अवसर पर आयोजित इस कार्यक्रम में निदेशक महोदय और सभी संकाय सदस्यों ने पीडियाट्रिक गैस्ट्रोएंटरोलॉजी डिपार्टमेंट द्वारा सीलिएक बीमारी पर आधारित पुस्तिका का विमोचन किया गया. बाद में इस पुस्तिका का वितरण सभी सीलिएक मरीजों को निःशुल्क वितरित किया गया. निदेशक महोदय ने सीलिएक मरीजों को सम्बोधित करते हुए बताया की यह बीमारी का मरीज गेहू और जौ से बनी चीजों का परहेज करके पूरी तरह स्वस्थ रहता है तथा उसके शारीरिक और मानशिक विकास में कोई भी रुकावट नहीं आती है. प्रोफ घोषाल ने बताया की हिंदी में इस पुस्तिका के होने के कारण बहुत आसानी से लोगो के समझ में आएगी और सीलिएक रोग के उपचार में बहुत उपयोगी साबित होगी.
प्रो. उज्जल पोद्दार ने बताया की इस बीमारी की जानकारी तीन दसकों पहले बहुत कम थी ,मगर आज कल लोगो में बहुत जागरूकता है, और यह पुस्तक सीलिएक मरीजों द्वारा पूछे गए खाने पीने से लेकर कई सारे सामाजिक सवालों के भी उत्तर देती है. मुख्या चिकित्सा अधीक्षक प्रोफ संजय धीराज ने बताया की मिल्लेट्स जैसे ग्लूटेन फ्री मोटे अनाजों का भी लोगो को अपने भोजन में उपयोग करना चाहिए. संस्थान के चिकित्सा अधीक्षक प्रोफ वी के पालीवाल ने बताया की ऐसी पुस्तिका हर विभाग के मुख्य बिमारियों के बारे में होनी चाहिए. प्रोफ अंशु श्रीवास्तव ने बताया की ग्लूटेन फ्री भोजन का उपयोग पुरे सिद्दत के साथ हर सीलिएक बच्चे को करना चाहिए ,जो की सीलिएक रोग का एकमात्र इलाज है. प्रोफ प्रवीर राय ने बताया की यह पुस्तिका सीलिएक मरीजों के लिए अत्यंत उपयोगी साबित होगी. डॉ मोयनक सेन शर्मा ने सीलिएक मरीजों के द्वारा ग्लूटेन फ्री डाइट का अच्छे से अनुपालन करने के लिए उनकी प्रशंशा की. संस्थान के पेशेंट किचन एवं डाइटरी सर्विसेज के नोडल अफसर प्रोफ एल के भारती ने बताया की सीलिएक मरीजों को बहुत सारे बीमारी से सम्बंधित प्रश्नो के उत्तर मिल जायेंगे तथा कई सामाजिक प्रश्नो का भी समाधान इस पुस्तक में लिखा गया है.
इस कार्यक्रम को सफल बनाने में पीडियाट्रिक गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभाग की विशेषज्ञ डायटीशियन श्रीमती नीलू ने महत्वपूर्ण भूमिका प्रदान की . नीलू के साथ साथ डायटीशियन मोनी ,सीखा और प्रतिभा ने भी अपना योगदान दिया. इस मौके पर संस्थान की सभी डायटीशियन, OPD कर्मचारी भी उपस्थित रहें . राष्ट्रीय पोषण माह के अवसर पर संस्थान का यह तीसरा कार्यक्रम आयोजित किया गया.