“वुमन ऑफ माई बिलियन” भारत की महिलाओं के बारे में एक दिल छू लेने वाली कहानी है. यह सृष्टि बक्शी की कहानी है जो देश के एक छोर से दूसरे छोर तक जाती है. इस दौरान वह महिलाओं की चुनौतियों, सपनों और हिंसा के खिलाफ लड़ाई के बारे में बात करती है.
प्रियंका चोपड़ा जोनास ने अपनी कंपनी पर्पल पेबल पिक्चर्स और अपूर्व बक्शी की अवेडेशियस ओरिजिनल्स के साथ मिलकर यह डॉक्यूमेंट्री बनाई है. जिसका डायरेक्शन अजितेश शर्मा ने किया है.
“वुमेन ऑफ माई बिलियन” पहली बार भारत और 240 अन्य देशों में प्राइम वीडियो पर 3 मई, 2024 को दिखाया जाएगा.
journey along one woman's 3800 km walk across India for women's safety, witness stories that need to be told and question beliefs that must be challenged#WomenOfMyBillionOnPrime, May 3
Trailer Out Now pic.twitter.com/sqPGbZA8On
— prime video IN (@PrimeVideoIN) April 25, 2024
भारत में पॉपुलर एंटरटेनमेंट प्लेटफॉर्म प्राइम वीडियो ने डॉक्यूमेंट्री “वुमेन ऑफ माई बिलियन (WOMB)” की रिलीज की तारीख की घोषणा कर दी है. यह भारत में महिलाओं द्वारा हिंसा के खिलाफ किए जाने वाले संघर्ष की एक मजबूत कहानी है. डॉक्यूमेंट्री “वुमन ऑफ माई बिलियन” अपूर्वा बख्शी और मोनिशा त्यागराजन की अवेडेशियस ओरिजिनल्स द्वारा बनाई गई है, जिसमें प्रियंका चोपड़ा जोनस की पर्पल पेबल पिक्चर्स भी शामिल हैं. यह सृष्टि बख्शी की कन्याकुमारी से कश्मीर तक की यात्रा के बारे में है, जिसमें उन्होंने 240 दिनों में 3,800 किलोमीटर की दूरी को पैदल तय की है. उनका उद्देश्य कठिनाइयों का सामना करने के बावजूद महिलाओं, उनकी चुनौतियों, सपनों, अधिकारों और जीत की कहानियों को खोजना और साझा करना है.
अजितेश शर्मा द्वारा डायरेक्ट किए गए “वुमन ऑफ माई बिलियन” भारत में महिलाओं द्वारा सामना किए जाने वाले असल संघर्षों को उजागर करती है. अपने लक्ष्य की ओर सृष्टि की यात्रा का हर एक कदम महिलाओं को सशक्त बनाने और चुनौतियों से पार पाने के लिए उन्हें प्रेरित करने के बारे में है. “वुमेन ऑफ माई बिलियन” 3 मई, 2024 को भारत और 240 से ज़्यादा जगहों पर सिर्फ़ प्राइम वीडियो पर ही रिलीज़ होगा. यह प्राइम मेंबर्स के लिए सबसे नया फ़ायदा है. भारत में प्राइम मेंबर्स सिर्फ ₹1499/वर्ष के सिंगल मेंबरशिप में सेविंग्स, सुविधा और एंटरटेनमेंट को एंजॉय करते हैं.
प्राइम वीडियो इंडिया में कंटेंट लाइसेंसिंग हेड मनीष मेंघानी ने कहा, “हम ऐसी इंस्पायर करने वाली कहानियां दिखाने के लिए कमिटेड हैं, जो असल बदलाव ला सकती हैं.” उन्होंने आगे कहा, “महिलाओं के खिलाफ हिंसा जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर रोशनी डालने और उन्हें सशक्त बनाने के लिए सृष्टि बक्शी की कोशिशों की तारीफ करनी चाहिए. हमें इस बेहद जरूरी डॉक्यूमेंट्री को भारत और दुनिया भर के दर्शकों के सामने लाने के लिए पर्पल पेबल पिक्चर्स और अवेडेशियस ओरिजिनल्स के साथ हाथ मिलाने पर गर्व है.”
पर्पल पेबल पिक्चर्स की प्रोड्यूसर प्रियंका चोपड़ा जोनस ने कहा, “महिलाओं को लंबे समय से गलत व्यवहार का सामना करना पड़ रहा है, सामाजिक रुकावटों से जूझना पड़ रहा है जो उन्हें चुप करा देते हैं. WOMB के साथ, हम इन संघर्षों से बाहर निकलना चाहते हैं और उम्मीद की किरण दिखाना चाहते हैं. यह सिर्फ़ दर्द दिखाने के बारे में नहीं है; यह एक साथ खड़े होने और एक्शन लेने के बारे में आवाज उठाने के बारे में है. हमें उम्मीद है कि यह फ़िल्म हमें एक ऐसी दुनिया के करीब ले जाएगी, जहाँ हर औरत का सम्मान किया जाता है, उसे वैल्यू दिया जाता है और आगे बढ़ने के लिए सशक्त भी बनाया जाता है.”
अवेडेशियस ओरिजिनल्स की प्रोड्यूसर अपूर्वा बक्शी ने कहा, “वुमन ऑफ माई बिलियन भारत में महिलाओं द्वारा सामना किए जाने वाले संघर्षों को उजागर करती है, लेकिन यह भी दिखाती है कि डिजिटाइजेशन कैसे बदलाव के मौके पैदा करता है. सृष्टि का साहसिक कदम एक बड़ा कदम है, और हमें बदलाव लाने के लिए उनके जैसे और लोगों की ज़रूरत है. महिलाओं को सशक्त बनाना एक ऐसे भविष्य को आकार देने की चाबी है, जहाँ हर महिला अपने सपनों को आज़ादी से पूरा कर सके. यह डॉक्यूमेंट्री देश भर में महिलाओं की सुरक्षा और अधिकारों के लिए आवाज उठाता है. प्राइम वीडियो के साथ पार्टनरशिप करने से हमें दुनिया भर के दर्शकों तक पहुँचने और उन्हें प्रेरित करने में मदद मिल रही है.”
यूएन एसडीजी चेंजमेकर सृष्टि बक्शी ने कहा, “वीमेन ऑफ माई बिलियन दिखाता है कि कैसे भारतीय महिलाएँ अपने साथ होने वाली हिंसा के खिलाफ़ आवाज़ उठाती हैं, जिससे हमें अपने सोच पर फिर से सोचने के मजबूर होना पड़ता है और भारत में महिलाओं के खिलाफ़ हिंसा पर चर्चा करने से हम नही थकते है. मेरी यात्रा के दौरान जिस चीज़ ने मुझे आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया, वह यह जानना था कि क्या पूरे भारत में महिलाएँ हिंसा से लड़ने के लिए साहस से भरी हैं. मैं साहस, आत्मनिर्भरता और आत्मविश्वास का संदेश फैलाना चाहती थी. डॉक्यूमेंट्री दिखाती है कि अल्पसंख्यकों द्वारा की जाने वाली हिंसा और बहुसंख्यकों की चुप्पी ही हमारे समाज में हिंसा को जारी रखती है. यह बहुसंख्यकों से आवाज़ उठाने और इस महत्वपूर्ण मुद्दे को संबोधित करने में शामिल होने का आह्वान है. बदलाव अब ज़रूरी है, और प्राइम वीडियो के साथ, हमारा लक्ष्य न केवल भारत में बल्कि दुनिया भर में इस संदेश को फैलाना है.”