नई दिल्ली. केजरीवाल के घर से एक दिन पहले वापस लौटी दिल्ली क्राइम ब्रांच अब दिल्ली की शिक्षा मंत्री आतिशी मर्लेना के घर पहुंची तथा उनके स्टाफ को नोटिस रिसीव करवाकर वापस लौट आई. दिल्ली क्राइन ब्रांच विधायकों की खरीद फरोख्त संबंधी केजरीवाल के आरोप की जांच कर रही है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, विधायकों की खरीद-फरोख्त करने का प्रयास करने संबंधी अरविंद केजरीवाल के दावे की जांच के सिलसिले में मुख्यमंत्री कार्यालय को नोटिस सर्व करने के बाद दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की टीम रविवार को मंत्री आतिशी के घर नोटिस देने पहुंची. इस दौरान आतिशी घर पर मौजूद नहीं मिली, जिसके बाद क्राइम ब्रांच की टीम बिना नोटिस दिए ही वापस लौट गई. इसके बाद फिर से क्राइम ब्रांच की टीम आतिशी के घर पहुंची और आतिशी के स्टाफ से नोटिस रिसीव करवाया गया. इस दौरान आतिशी चंडीगढ़ में थीं.
आतिशी ने अपने कैंप ऑफिस में निर्देश दिए की अधिकारी नोटिस रिसीव करेंगे, इससे पहले दिल्ली पुलिस ने सीएम ऑफिस को जो नोटिस सर्व किया था और उसमें तीन सवालों के जवाब पूछे गए, जिनमें कहा गया है- 1-जो आरोप लगाए हैं उसका सबूत दीजिए, 2- सात विधायकों के नाम बताइए और 3- जो सबूत हैं वो दीजिए, ताकि जांच की जा सके.
इस पूरे मामले को लेकर बीजेपी नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने आतिशी पर हमला करते हुए कहा, ‘मंत्री आतिशी भी अरविंद केजरीवाल की तरह सबूत होने की बात कह रही थी. अब BJP की शिकायत पर क्राइम ब्रांच सबूत लेने गयी है तो आतिशी भी गायब हैं. न कोई खरीदने वाला था न बेचने वाला. ED से ध्यान हटाने के लिए विधायक खरीदने का जंजाल रचा था . अब इसमें आतिशी और अरविंद केजरीवाल ख़ुद फंस गए हैं, लेकिन आतिशी जी सबूत तो देना पड़ेगा.’
केजरीवाल ने कुछ दिन पहले आरोप लगाया था कि आप के सात विधायकों से संपर्क किया गया और उनमें से प्रत्येक को दलबदल करने के लिए 25 करोड़ रुपये की पेशकश की गई. उन्होंने यह भी आरोप लगाया था कि कथित शराब घोटाले में उन्हें गिरफ्तार करने और दिल्ली में उनकी सरकार को गिराने की साजिश रची जा रही है.
अरविंद केजरीवाल ने आगे लिखा था, ‘हमारे सभी MLA भी मजबूती से साथ हैं. इस बार भी ये लोग अपने नापाक इरादों में फेल होंगे. ये लोग जानते हैं कि दिल्ली की जनता के लिए हमारी सरकार ने कितने काम किए हैं. इनकी पैदा की गयी तमाम अड़चनों के बावजूद हमने इतने काम किए हैं. दिल्ली की जनता AAP से बेइंतहा प्यार करती है. इसलिए चुनावों में AAP को हराना इनके बस की बात नहीं, तो एक फर्जी शराब घोटाले के बहाने गिरफ्तार करके सरकार गिराना चाहते हैं’.