
- हस्तनिर्मित कालीनों की सांस्कृतिक विरासत और बुनाई कौशल को बढ़ावा देने हेतु आयोजन- एसीएस अमित मोहन प्रसाद
- इंडिया कारपेट एक्सपो नए क्षितिज को छुयेगा: मंडलायुक्त
प्रभुनाथ शुक्ला/भदोही:- अनुप्रिया पटेल राज्यमंत्री, केन्द्रीय वाणिज्य और उद्योग,भारत सरका ने कालीन निर्यात संवर्धन परिषद (सीईपीसी) भदोही द्वारा पहली बार कार्पेट एक्सपो मार्ट में शुरू मेले का उद्घाटन किया. यह 15 से 18 अक्टूबर तक चलेगा. भारत में आने वाले विदेशी खरीदारों के बीच भारतीय हस्तनिर्मित कालीनों और फर्श कवरिंग की सांस्कृतिक विरासत और बुनाई कौशल को बढ़ावा देना मेले का उद्देश्य है.
अनुप्रिया पटेल राज्यमंत्री, केन्द्रीय वाणिज्य और उद्योग,भारत सरका एवं अमित मोहन प्रसाद, अपर मुख्य सचिव, सूक्ष्म लघु, मध्यम, निर्यात प्रोत्साहन, खादी गामोद्योग, हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग विभाग, उ0प्र0 द्वारा मेले का उद्घाटन द्वीपप्रज्जवलित कर किया. 43 वें इण्डिया कारपेट एक्सपो में पुस्तक का विमोचन किया गया.
अनुप्रिया पटेल ने कहा कि जनपद भदोही की बुनकरों की हैण्डमेड की जो कला है उसकी बहुत से देश विदेशों में सराहना होती है. भदोही की बनी कालीन ज्यादा से ज्यादा दुनिया के बाजारों में पहुँचती है. 2020-21 में हैण्डमेड कार्पेट एक्सपोर्ट 2.5 मिलियन डॉलर था. उसके बाद हम 2021-22 में 20 प्रतिशत की वृद्धि हुई. उन्होंने कहा कि जो यहॉ की ग्रीन बिल्डिग हैं साढ़े सात एकड़ जमीन पर सरकार ने विकसित की है. कालीन मेले में अब तक 63 देशों के 372 खरीदारों ने पहले ही परिषद में अपना पंजीकरण कर लिया है. लगभग 170 खरीदारों ने अपनी यात्रा की पुष्टि करते हुए अपना यात्रा कार्यक्रम पहले ही भेज दिया है. उम्मीद है कि एक्सपो में लगभग 400 प्रतिष्ठित विदेशील कालीन खरीदार शामिल होंगे.
अपर मुख्य सचिव, सूक्ष्म लघु, मध्यम, निर्यात प्रोत्साहन, खादी गामोद्योग, हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग विभाग, उ0प्र0 द्वारा बताया गया कि इण्डिया कार्पेट एक्सपो एशिया में सबसे बड़े हस्तनिर्मित कालीन मेला में से एक है. जिसमें खरीदारों को एक छत के नीचे सर्वश्रेष्ठ हस्तनिर्मित कालीन और अन्य फर्श कवरिंग प्राप्त करने के लिए एक अनूठा मंच प्रदान किया गया है. यह हस्तनिर्मित कालीनों पर दुनिया भर में एक लोकप्रिय गंतव्य बन गया है. उन्होंने कहा कि कालीन खरीदारों के विनिर्देशो के अनुसार किसी भी प्रकार के डिजाइन, रंग, गुणवत्ता और आकार को अपनाने में भारत की अनूठी क्षमता ने इसे अंतराष्ट्रीय बाजार में एक घरेलू नाम बना दिया है.उद्योग
भारत के विभिन्न बंदरगाहों जैसे ऊन, रेशम, मानव निर्मित फाइबर, जूट, कपास और विभिन्न यार्न के विभिन्न मिश्रणों से विविध कच्चे माल का उपयोग करता है. इस उद्योग में उत्पादन और निर्यात दोनेा में वृद्धि की अपार संभावनाए है. उद्योग पर्यावरण के अनुकूल है. सांसद डॉ0 रमेश चन्द बिन्द, सीईपीसी के अध्यक्ष उमर हमीद, विन्ध्याचल मण्डलायुक्त योगेश्वर राम मिश्र,जिलाधिकारी गौरांग राठी, पुलिस अधीक्षक डॉ0 अनिल कुमार, जिलाध्यक्ष विनय कुमार श्रीवास्तव, पूर्व विधायक भदोही रवीन्द्रनाथ त्रिपाठी, भदोही चेयरमैन अशोक जायसवाल, अपर पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार, जिला उद्योग अधिकारी उमेश चन्द्र वर्मा, हरेन्द्र प्रताप और एवं सम्बन्धित उद्यमीगण उपस्थित रहे.
भदोही में 43 इंडिया कारपेट एक्सपो में 63 देशों के आएंगे खरीददार: अनुप्रिया पटेल