Tuesday , 28 March 2023

बस्तीः सरकारी धन के लूट की मची होड़, घटिया काम कर पूरा कर रहे कोटा

राजकुमार गौतम/बस्ती. आम आदमी के टैक्स का पैसा और सरकारी धन की लूट का नमूना देखना है तो आप को ज्यादा दूर जाने की जरूरत नहीं है. आपके आसपास ही सरकारी भ्रष्टाचार के तमाम उदाहरण मिल जाएंगे. बस्ती में नवाचर बने नगर पंचायतों में भी सरकारी धन के लूट की होड़ मच गई है. इन्ही में से एक है नगर पंचायत गनेशपुर, उत्तर प्रदेश का दूसरा सबसे बड़ा ग्राम सभा जिसे नगर पंचायत का दर्जा अभी हाल ही में मिला है. इतना बड़ा नगर पंचायत है तो लूट भी तो बड़ी होनी चाहिए. इसी बात को सिद्ध करने में अधिकारी कर्मचारी और ठेकेदार लगे हुए हैं.
अधिकारियों की मिली भगत से भ्रष्टाचार का रिकार्ड बनाने की कोशिश की जा रही है. सड़क नाली और पेयजल के नाम पर जमकर लूट हो रही है. नगर पंचायत गनेशपुर में सार्वजनिक पेय जल सुनिश्चित करने के लिए ऐसी पानी की टंकी, ऐसी टोंटी, ऐसी सीमेंट, ऐसे ईंट का इस्तेमाल हुआ है कि ठेकेदार का नाम गिनीज बुक में दर्ज होना चाहिए और अधिकारियों के लिए तो भारत रत्न की शिफारिश होनी चाहिए जिनकी पारखी नजरों ने ऐसे ठेकेदार को ढूंढ निकाला जो कीर्तिमान बनाने पर उतारू है. लाल दुपट्टे की तरह हवा के झोंके से उड़ जाने वाले टाइल्स की तो बात ही निराली है. पानी पीने वाले मनुष्य इस रंग बिरंगी टाइल को देखकर अपना जीवन धन्य समझेंगे. सार्वजनिक पेय जल सुनिश्चित करने के लिए इनकी ब्यवस्था सार्वजनिक जगहों पर ना करके ऐसी जगहों को चुना गया है जहाँ इंसान तो दूर जानवर भी न पहुँच सके. बालू का प्रयोग, घटिया पानी की टंकी, थर्ड क्लास टोंटी, घटिया क्वालिटी की की ईंट का इस्तेमाल किया गया है इसके निर्माण में तश्वीरों में आप भी साफ साफ देख सकते हैं और जरा सोचिए कि क्या इस तरह की खुली लूट में अधिकारियों की मिली भगत नहीं है? यकीनन अधिकारियों, सरकारी कर्मचारियों और ठेकेदार की मिलीभगत से गनेशपुर में होने वाले विकास के नाम पर आम आदमी के पैसे को लूटा जा रहा है. अब देखना ये है कि जिम्मेदार अधिकारी ठेकेदार पर क्या कार्यवाई करते हैं और सरकारी धन की बर्बादी कर रहे ठेकेदार से पैसों की वसूली कैसे करते हैं.
इस संबंध में अब्बास खान के द्वारा अधिशासी अधिकारी संजय राव से उनके मोबाइल नंबर पर कई बार सम्पर्क कर इस बारे में बात करने की कोशिश की लेकिन उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया. ये पहला मौका नहीं है, जब अब्बास ने कॉल किया इसके पहले भी सामाजिक मुद्दों को लेकर अधिशाषी अधिकारी से संपर्क करने की कोशिश की लेकिन नतीजा शून्य ही रहा. इस से कहीं ना कहीं ये साबित होता है कि अधिशासी अधिकारी भी भ्रष्टाचार और सरकारी धन की लूट को बढ़ावा देने का काम कर रहे हैं. अब देखना ये है कि सरकारी धन की लूट करने वालों पर क्या कार्यवाई होती है.

बस्तीः सरकारी धन के लूट की मची होड़, घटिया काम कर पूरा कर रहे कोटा