Sunday , 2 April 2023

भदोही-वाराणसी प्रशासन ने ‘ग्रीन कारिडोर’ बना कईयों की बचायी जान

  • अग्नि हादसे को लेकर वाराणसी भदोही जिला प्रशासन में बना बेहतर तालमेल
  • राष्ट्रीय राजमार्ग पर कारिडोर बनाकर पूर्वांचल में रचा प्रशासनिक इतिहास

प्रभुनाथ शुक्ल/भदोही. भदोही में रविवार को दुर्गा पूजापंडाल में भीषण अग्नि हादसे को लेकर वाराणसी और भदोही जिला प्रशासन ने बीच बेहतर तालमेल दिखा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा घटना का संज्ञान लेने के बाद इसमें और गति आयी. जिलाधिकारी गौरांग राठी और पुलिस अधीक्षक डॉ. अनिल कुमार ने मरीजों को तत्काल इलाज सुविधा उपलब्ध कराने के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाकर इतिहास रच दिया.
औराई हादसे की सूचना लगते ही जिलाधिकारी गौरांग राठी और पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार मौके पर पहुंच गए. अग्निकांड में झुलसे लोगों को तत्काल इलाज की सुविधा दिलाने के लिए दोनों अफसरों ने जीतोड़ मेहनत किया. घटनास्थल पर मीडिया को संबोधित करते वक्त जिलाधिकारी राठी और पुलिस अधीक्षक डॉ अनिल कुमार का चेहरा बेहद संवेदनशील दिख रहा था. दोनों अफसरों के चेहरे से साफ झलक रहा था कि इस घटना से लेकर उन्हें अधिक पीड़ा पहुंची है.
अग्नि हादसे में झूलसे गंभीर मरीजों को तत्काल इलाज की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए उन्होंने वाराणसी जिला प्रशासन और बीएचयू सीएमएस से संपर्क साध कर बेहतर तालमेल स्थापित करने में कामयाबी हासिल की. वाराणसी और भदोही के मध्य मरीजों को ले जाने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग पर ग्रीन कॉरिडोर विकसित किया. पूर्वांचल के जनपदों में हादसों के दौरान यह अलग तरीके का प्रयोग दिखा. यह भिन्न और अनूठा इतिहास है मरीजों को तत्काल राहत दिलाने के लिए बीएचयू चले जाने के लिए काली डोर शिफ्ट किया गया. मरीजों को जिला प्रशासन की तरफ से पर्याप्त एम्बुलें और निजी वाहन की सुविधा उपलब्ध करायी गयी. गंभीर मरीजों को बीएचयू ट्रामा सेंटर, कबीरचौरा, स्वरूपरानी मेडिकल कॉलेज प्रयागराज भेजा गया जबकि सामान्य मरीजों को सुर्या ट्रामा सेंटर औराई, जीवनदीप भदोही, आनंद अस्पताल महाराजा चेतसिंह जिला अस्पताल और बलवंत सिंह राजकीय चिकित्सालय भदोही में भर्ती कराया गया. वाराणसी के मुख्य विकास अधिकारी की देख रेख में बीएचयू ट्रामा सेंटर और कबीर चौरा में पीड़ित लोगों के इलाज की देखभाल की जा रही है. अपर जिलाधिकारी भदोही की देखरेख में स्वरूपरानी में मरीजों का इलाज चल रहा है. अस्पतालों में मरीजों को सही इलाज मिले इसलिए जिला प्रशासन की तरफ से संबंधित अधिकारियों को लगाया गया है.
जिलाधिकारी को गौरांग राठी की तरफ से सूचना तंत्र पर बेहतर ख्याल रखा गया. युवा जिलाधिकारी तरफ से यह पूरा का पूरा ख्याल रखा गया कि मीडिया में गलत या अफवाह की खबरें प्रसारित न हों. भदोही जिले के इतिहास में पहली बार हुआ जब सूचना विभाग की तरफ से मीडिया को हर पल की अपडेट मिली. जिलाधिकारी के निर्देश पर सूचनाधिकारी पंकज कुमार ने बेहद अच्छे ढंग से अपनी जिम्मेदारी निभायी. घटना के तीसरे दिन भी लगातार सूचना विभाग की तरफ से सूचनाएं अपडेट की जा रही हैं. यही कारण है कि घटना को लेकर मीडिया में नकारात्मक खबरें नहीं फैलने पायीं. जिला प्रशासन मीडिया को एक तथ्यात्मक सूचना देकर अच्छी खासी उपलब्धि हासिल की है.
पुलिस अधीक्षक भदोही डॉक्टर अनिल कुमार ने तत्परता दिखाते हुए घटना स्थल पर किसी भी स्थिति से निपटने और पीड़ितों का सहयोग करने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया. 115 पुलिसकर्मियों को औराई में घटनास्थल पर पीड़ित लोगों की सहायता के लिए लगाया गया. ग्रीन कॉरिडोर की व्यवस्था को सुव्यवस्थित करने के लिए पुलिसकर्मियों को राष्ट्रीय राजमार्ग पर व्यवस्थित किया गया. ग्रीन कॉरिडोर बनाकर लोगों को तत्कालिक इलाज की सुविधा उपलब्ध कराने की पहल अच्छी रही. इलाज में विलंब की वजह से और अधिक जाने जा सकती थीं. लेकिन प्रशासनिक सतर्कता ने कई और लोगों की जान बचाने में कामयाब हुईं.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तरफ से मिले निर्देश के बाद जिला प्रशासन की तरफ से में इसमें और अधिक तेजी देखी गई. इसके अलावा मुख्यमंत्री के दूत के रूप में अस्पतालों में पहुंच मंत्री अनिल कुमार राजभर ने भी सरकार की प्रतिबद्धता को दुहराया. इसके अलावा पुलिस महानिरीक्षक वाराणसी जोन, विंध्याचल मंडलायुक्त और पुलिस उपमहानिरीक्षक मिर्जापुर मौके पर पहुंच राहत एवं बचाव कार्य में गति प्रदान किया. फिलहाल हम किसी होने होनी और हादसे को नहीं रोक सकते हैं लेकिन सतर्कता से बचा जा सकता है.

भदोही-वाराणसी प्रशासन ने ‘ग्रीन कारिडोर’ बना कईयों की बचायी जान