नयी दिल्ली. दिल्ली की एक अदालत ने संसद सुरक्षा उल्लंघन मामले में गिरफ्तार चार आरोपियों की पुलिस हिरासत गुरुवार को 15 दिनों के लिए बढ़ा दी. आरोपी सागर शर्मा, मनोरंजन डी, अमोल शिंदे और नीलम आजाद को 7 दिन की पुलिस रिमांड समाप्त होने के बाद आज पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया गया. दिल्ली पुलिस के यह कहने पर की उन्हें मामले की जांच के लिए और समय चाहिए,अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश हरदीप कौर ने पुलिस हिरासत (पीसी) बढ़ा दी.
इससे पहले आरोपियों को इसी अदालत ने सात दिन की पुलिस हिरासत में भेजा था जो आज समाप्त हो गई. पुलिस ने यह कहते हुए पूछताछ के लिए और समय मांगा कि सुरक्षा उल्लंघन की उनकी योजना के बारे में अभी बहुत सी जानकारी पता नहीं चल पाई है. सुरक्षा उल्लंघन 13 दिसंबर को 2001 के संसद आतंकवादी हमले की बरसी पर हुआ. दो लोग, सागर शर्मा और मनोरंजन डी, शून्यकाल के लिए सार्वजनिक गैलरी से लोकसभा कक्ष में कूद गए, कनस्तरों से पीली गैस छोड़ी और सांसदों द्वारा काबू किये जानने से पहले सरकार विरोधी नारे लगाए.
दो और व्यक्तियों, अमोल शिंदे और नीलम आज़ाद को संसद के बाहर से गिरफ्तार किया गया, जहां वे कथित तौर पर पीले धुएं के साथ विरोध प्रदर्शन कर रहे थे.
चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर सात दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया. पांचवें आरोपी और कथित मास्टरमाइंड ललित झा को अगले दिन 14 दिसंबर को गिरफ्तार कर लिया गया. उसे भी 22 दिसंबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया. छठे आरोपी महेश कुमावत को भी अगले दिन गिरफ्तार कर लिया गया. पूछताछ के दौरान झा ने विरोध प्रदर्शन करने की अपनी योजना और साजिश में शामिल होने के बारे में जानकारी दी.
दिल्ली पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत एफआईआर दर्ज की है और सुरक्षा चूक मामले की भी जांच कर रही है.