
नयी दिल्ली. मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने मेघालय और नागालैंड में विधान सभा चुनाव में सोमवार को शांति पूर्ण मतदान के लिए वहां के सभी मतदाताओं और चुनावकर्मियों को बधाई दी तथा उनका आभार व्यक्त किया. आयोग के अनुसार दोनों राज्यों में मतदान शांति पूर्ण रहा और कहीं से भी पुनर्मतदान की मांग सामने नहीं आयी है.
आयोग की यहां आज शाम जारी एक विज्ञप्ति में कहा कि मेघालय में 3,419 और नगालैंड में 2,291 मतदान केंद्रों पर वोट डाले गए और मतदान शांतिपूर्ण रहा. आयोग ने कहा, ‘‘अग्रिम योजना, तकनीकी के इस्तेमाल और कड़ी निगरानी से मेघालय और नागालैंड में कुल मिला कर चुनाव कार्य शांतिपूर्ण रूप से सुनिश्चित किया जा सका है.” इन दोनों राज्यों में 59-59 विधान सभा क्षेत्रों के अलावा आज झारखंड, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल में एक-एक विधानसभा सीट के उपचुनाव के लिए भी मतदान हुआ. आयोग ने कहा है कि मेघालय में 74 मतदान केंद्र ऐसे दुर्गम पहाड़ी इलाकों में थे जहां मोटर वाहन नहीं जा सकते हैं. वहां मतदान दल पर्वतीय पकडंडियों और दुर्गम इलाकों से यात्रा करते हुए पहुंचा है.
बयान में कहा गया है कि चुनाव को प्रलोभन मुक्त कराने के लिए आयोग की चौकसी के कारण इस बार जब्त राशि और माल-सामग्री 2018 के पिछले चुनाव से 23 गुना से भी अधिक रही.
आयोग के अनुसार पूर्वोत्तर के इन दोनों राज्यों में इस बार 500 से अधिक महिला प्रबंधित मतदान केंद्र स्थापित किए गए थे. दोनों राज्यों में कुल 5710 मतदान केंद्रों में से किसी पर पुनर्मतदान की मांग नहीं उठी है. मेघालय में सोहियोंग (एसटी) क्षेत्र में एक प्रत्याशी की मौत के कारण चुनाव स्थगित कर दिया गया. नागालैंड में अकुलुतो सीट के लिए एक उम्मीदवार के निर्विरोध चुने जाने के कारण वहां मतदान की आवश्यकता नहीं पड़ी. विज्ञप्ति के अनुसार श्री कुमार के नेतृत्व में निर्वाचन आयुक्त सर्वश्री अनूप चंद्र पांडे और अरुण गोयल ने चुनाव व्यवस्था पर बराबर निगाह रखी.
चीफ इलेक्शन कमिश्नर राजीव कुमार ने मेघालय और नागालैंड के मतदाताओं को आभार जताया