Friday , 24 March 2023

एमपी में 16 नगर निगम से 9 पर सिमटी भाजपा, फायदे में कांग्रेस

भोपाल. मध्य प्रदेश में हुए निकाय चुनाव के घोषित परिणामों के बाद भले ही भाजपा जश्न मना रही है लेकिन उसके लिए बुरी खबर यह है कि जिस बीजेपी का 16 नगर निगमों पर कब्जा हुआ करता था, वह अब 9 पर ही सिमट गई है जबकि कांग्रेस फायदे में है. सबसे ज्यादा हैरानी यहां दिग्गज नेताओं के प्रभाव वाले क्षेत्र में बीजेपी प्रत्याशियों के हारने पर हुई है. केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के प्रभाव वाले ग्वालियर में बीजेपी प्रत्याशी मेयर का चुनाव हार गईं तो नरेंद्र सिंह तोमर के प्रभाव वाले मुरैना में भी बीजेपी को हार का मुंह देखना पड़ा. पार्टी के हाथ से 7 सीटें चली गईं हैं. बीजेपी ने पहले चरण में 7  शहरों में मेयर का चुनाव जीता था, दूसरे चरण की गिनती में सिर्फ दो शहरों में जीत मिली है. कांग्रेस ने 5,  निर्दलीय एक,  AAP एक शहर में मेयर का चुनाव जीती है.
बीजेपी के लिए कटनी में बड़ा उलटफेर हुआ है. यहां बीजेपी से बागी होकर निर्दलीय चुनाव लड़ीं प्रीति सूरी ने महापौर का चुनाव जीता है. इसके अलावा, इस चुनाव में मध्य प्रदेश बीजेपी के दिग्गजों के किले भी धराशायी हुए हैं.
आमतौर पर मध्य प्रदेश में दो दलों (कांग्रेस-बीजेपी) वाली राजनीति में भी निकाय चुनाव ने समीकरण बिगाड़ दिए है. AAP ने जहां मेयर पद पर कब्जा किया है तो वहीं असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM ने भी धमाकेदार एंट्री मारते हुए कई पार्षद पदों पर कब्जा किया है.

एमपी में 16 नगर निगम से 9 पर सिमटी भाजपा, फायदे में कांग्रेस