
बस्ती (उत्तर प्रदेश):- जहां एक तरफ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भ्रष्टाचार पर नियंत्रण करने की पुरजोर कोशिश कर रहे हैं वहीं दूसरी तरफ विभागों के कर्मचारी अधिकारी प्रचंड भ्रष्टाचार में संलिप्त है ग्रामीण अभियंत्रण विभाग द्वारा दुबौला- जलेबी गंज मार्ग से सटे व दुबौला से 500 मीटर पश्चिम बड़ोखर ग्राम पंचायत में नवनिर्मित पक्की सड़क का निर्माण किया गया जो तकरीबन एक किलोमीटर लंबी सड़क है का निर्माण कार्य लगभग 10 दिन पूर्व कंप्लीट हुआ है. लेकिन अब सड़क से रोडिय़ां निकलने लगी है.
जिसके चलते सड़क निर्माण की गुणवत्ता पर सवाल उठ रहे है. ग्रामीण अभियंत्रण द्वारा सड़क निर्माण का कार्य लगभग जुलाई 2022 में ठेकेदार ने शुरू किया था. जिसके बाद अब 10 दिन पहले ही सड़क बनकर तैयार हुई है, लेकिन सड़क से रोड़ी निकल रही है व सड़क में कितना उछाल है जैसे मानो ईट के कच्चे सड़क पर चल रहे हो. यह सड़क दुबौला-जलेबीगंज मार्ग से बड़ोखर होते हुए राजेन्द्र बहादुर पाल के घर तक वह बीच से फिर होते हुए सेवानिवृत्त अपर आयुक्त पंकज के घर के बगल निकलती है. कभी क्षेत्र की शान रहे स्वर्गीय पूर्व विधायक गिरधारी लाल का निवास स्थान भी यही बड़ोखर है, सड़क निर्माण में घटिया सामग्री लगाने से अब यह उखडऩे लगी है. ग्रामीणों ने बताया कि सड़क बनाने वाले ठेकेदार ने लगभग 10 दिन पहले ही सड़क निर्माण पूरा किया है.
गांव के निवासियों ने जब फोन पर ठेकेदार से इसकी शिकायत की व सड़क का बजट जानने का प्रयास किया तो उन्होंने मना करते हुए यह कहा कि पेपर में टेंडर की विज्ञप्ति निकली हुई थी वहां से पढ़ लो हम कुछ नहीं बताएंगे. ग्रामीण अभियंत्रण विभाग द्वारा लगभग करोड़ों रुपए खर्च हुए होंगे ,लेकिन सड़क बनने के 10 दिन बाद ही सड़क पर डामर की जगह रोड़ी दिखने लगी है. और जगह-जगह सड़क उखड़ने लगी. जिसको लेकर ग्रामीणों का कहना है कि सड़क की गुणवत्ता को लेकर ग्रामीण अभियंत्रण विभाग के उच्च अधिकारियों से शिकायत की जाएगी और सम्बंधित ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई की मांग उठाई जाएगी. ग्रामीणों ने बताया कि उनके द्वारा सड़क की गुणवत्ता को लेकर ठेकेदार को शिकायत की थी तो ठेकेदार ने कहा कि अभी ताजा डामर डाला है तो उसके कारण सड़क पर डामर की जगह रोड़ी दिख रही है. लेकिन कुछ दिन बाद सड़क पर रोड़ी नजर नहीं आएगी.
भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ी नवनिर्मित सड़क, निर्माण के हफ्ते बाद ही उखड़ने लगी- बस्ती उत्तर प्रदेश