गाजियाबाद, उत्तर प्रदेश. देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश के भाजपा शासित प्रदेश मे गाजियाबाद के लोनी क्षेत्र में एक दलित महिला के हाथ से मात्र पानी की छींटे पड़ जाने पर उसकी बर्बरता से पिटाई कर दी जाती है. ऐसे मामले आए दिन आते रहते हैं और उत्तर प्रदेश में तो कहीं घोड़ी चढ़ने के नाम पर कहीं दरवाजे के सामने से चप्पल पहन के गुजर जाने पर और कहीं नमस्ते न करने पर दलितों को गोली तक मार दिया जाता है यह आलम है कि दलित बिरादरी के लोग अप सहित पूरे प्रदेश में डरे सामने से और उनमें अंदर से एक आक्रोश सा भरा हुआ है आपको बताते चलें कि मामला गाजियाबाद जनपद के लोनी क्षेत्र का है इस मामले में महिला ने क्षेत्रीय थाने में लिखित शिकायत की. महिला का आरोप है की पुलिस इस मामले में दिल्ली और उत्तर प्रदेश के सीमा विवाद में फंसी हुई है और एफआईआर दर्ज नहीं कर रही है. आपको बताते चले की “मूकनायक में छपी रिपोर्ट के अनुसार” मूकनायक के प्रतिनिधि ने थाना प्रभारी लोनी बॉर्डर से बात की. लोनी बॉर्डर के द्वारा बताया गया-“महिला थाने की घटना सेवाधाम चौकी की बता रही है. चौकी प्रभारी अशोक से जांच कराई गई तो जानकारी हुई कि फैक्ट्री से सम्बंधित जितना भी दास्तावेज है वह दिल्ली से सम्बंधित है. इस मामले में पूर्वोत्तर दिल्ली के थाना प्रभारी को फोन किया गया. इस मामले में हर्ष विहार थाने के प्रभारी का कहना है कि मामले में जांच कर कार्रवाई की जाएगी.” इन कथनों से आपको स्पष्ट हो गया होगा कि कैसे इस मामले को पुलिस एक दूसरे के ऊपर थोपना चाहती है और अपनी जिम्मेदारियां से बचना चाहती है
आइए जानते हैं पूरा मामला क्या है?
द मूकनायक में छपी खबर के अनुसार गाजियाबाद के लोनी क्षेत्र में रेखा विहार कालोनी है. इसी राधा कालोनी में रेखा रहती हैं. रेखा ने बताया की, “मैं गाजियाबाद के प्रतापनगर में मौजूद एक फैक्ट्री में लेबर का काम करती हूँ. घटना 3 सितंबर की है. फैक्ट्री की पहली मंजिल पर कमरे बने हुए हैं. इनमें विद्या शर्मा, मोनी एवं शीतल रहती हैं, मैं दोपहर बाथरूम गई थी, मैं बाथरूम से हाथ धोकर निकल रही थी तो इसी बीच शीतल आ गई. उसके ऊपर कुछ पानी के छींटे पड़ गए.”
रेखा आगे बताती हैं, “बस इस बात को लेकर शीतल ने मुझे जातिसूचक गाली दी, उसके द्वारा इस प्रकार गाली देने पर मैंने इसका विरोध किया, इस बीच विद्या शर्मा, शीतल एवं मोनी दोबारा से गंदी-गंदी गालियाँ दी, मैंने इसका विरोध किया तो मुझे बाथरूम के पास मारा, मैं किसी तरह जान बचाकर भागी, इसके बाद मैं जान बचाकर नीचे आई तो उपरोक्त विद्या शर्मा, मोनी, शीतल, धर्मेन्द्रा एवं निशान्त ने मिलकर मुझे घेर लिया और लाठी डंडों से बहुत बुरी तरीके से मारा पीटा जिससे मुझे काफी चोटे आई.”
रेखा ने बताया, “उन लोगों ने मेरे कानों के टॉप्स व गले की सोने की चैन छीन ली. मैंने 112 नम्बर पर कॉल की और इसी बीच पुलिस मौके पर आई. पुलिस के कहने पर मेरा भाई देवेन्द्र मुझे अस्पताल लेकर गया और मेरा मेडिकल कराया.”
रेखा का आरोप है, “घटना जिस स्थान पर हुई उसका क्षेत्राधिकार विवादित है. मेरी अब तक एफआईआर दर्ज नहीं की गई. इस कारण आरोपी मुझे जान से मारने की धमकी दे रहे हैं.”
सीमा विवाद में फंसी पुलिस, मुकदमा पंजीकृत करने में कर रही आनाकानी?
इस मामले में थाना प्रभारी लोनी ने बताया, “महिला थाने की घटना सेवाधाम चौकी की बता रही है. चौकी प्रभारी अशोक से जांच कराई गई तो जानकारी हुई कि फैक्ट्री से सम्बंधित जितना भी दास्तावेज है वह दिल्ली से सम्बंधित है.”
वहीं इस मामले में हर्ष विहार के थाने के प्रभारी का कहना है कि मामले में जांच कर कार्रवाई की जाएगी.