
5 अप्रैल 2023 को रिलीज हो रही फिल्म “अनवुमन” एक बेहद संवेदनशील मुद्दे को रेखांकित करते हुए मानवीय संवेदनाओं और सामाजिक ताने बाने की भी पोल खोलकर रख देती है. पल्लवी रॉय के लेखन व निर्देशन में बनी फिल्म <span;>”अनवुमन” में कनक गर्ग, भगवान तिवारी, करण मान आदि कलाकारों ने मुख्य भूमिका निभाई है.
फिल्म “अनवुमन” किन्नर समाज के जीवन को छूते हुए पुरुष प्रधान समाज की झूठी शान पर भी प्रहार करती है, क्योंकि हम महिला पुरुषों के अलावा कुछ इंसान ऐसे है, जो न पुरुष हैं और न ही महिला. परन्तु वे भी इंसान हैं, उनमें संवेदनाएं हैं, उन्हें भी प्यार की चाहत है साथ ही वे वह सब कर सकते हैं जो एक सामान्य महिला या पुरुष कर सकते हैं. हाँ, उनकी शारीरिक बनावट के चलते वे बच्चा पैदा करने में असमर्थ हैं, यही कारण है कि उनके प्रति हमारे समाज का व्यवहार सामान्य नहीं रहता और वे अभिशप्त जीवन जीने को मज़बूर हैं.
कहानी: राजस्थान के एक गांव का रहने वाला भंवर अपने ताऊ के साथ जीवन यापन कर रहा है. गांव के ज्यादातर लोग कुंवारे हैं क्योंकि इस इलाके के लोगों ने नियम बना रखा है कि हमारे गांव में डोली सिर्फ आएगी, यहाँ से जाएगी नहीं. यही कारण है कि बेटियों के पैदा होते ही उन्हें अफीम खिलाकर मार दिया जाता है.
भंवर अपना खेत बेचकर ताऊ के साथ दूर जाकर एक इंसानों के तस्कर से खरीदकर अपने लिए दुल्हन लेकर आता है, जो इनसे धोखा करता है और डरा धमकाकर लड़की की जगह किन्नर इन्हें बेच देता है. ये लोग उसे लड़की समझकर खुशी खुशी अपने घर लाते हैं, लेकिन सुहागरात के समय पता चलता है कि इनके साथ धोखा हो गया है. लेकिन अब कर भी क्या सकते हैं. खैर, ताऊ के दिमाग में तरकीब आती है और सोचते हैं, इसके किन्नर होने की बात सिर्फ हमें पता है, गांव वालों को नहीं, उसे घर में ही रहने देते हैं.
अब आगे की कहानी फिल्म में देखें तो अधिक मज़ा आएगा. कहानी एक साथ एक ही फ्रेम में कई बातों को कहती है, जो काफी दिलचस्प है. फिल्म में एक छोटी सी प्रेम कहानी भी है, जो दिल को छू लेगा. और तमाम चीज़ों को सोचने पर मज़बूर कर देगा.
फिल्म में कलाकारों की एक्टिंग, डायरेक्शन, लोकेशन व संगीत अच्छे बन पड़े हैं. कुल मिलाकर “अनवुमन” एक अच्छी फिल्म है, जो सामाजिक सरोकारों को उठाते हुए कई रूढ़ियों को भी उजागर करती है.
फिल्म “अनवुमन” को “. ” की तरफ से 3.5 स्टार.
– दिनेश कुमार
फिल्म रिव्यू: मानवीय संवेदनाओं के साथ सामाजिक ताने-बाने की पोल खोलती है फिल्म “अनवुमन”