Tuesday , 28 March 2023
गीत, गजल, शायरी के साथ कविता में भी निपुण है इशरत पठान

गीत, गजल, शायरी के साथ कविता में भी निपुण है इशरत पठान

मुम्बई. हाल ही में म्यूजिक एलबम ‘जंगल में मंगल’ की रिकॉर्डिंग पूरी हुई है. यह क्वीन स्टार इंटरटेनमेंट प्रोडक्शन के बैनर तले बन रही है. इसमें मॉडल माही खान अभिनय करने वाली है और बहुत ही टैलेंटेड म्यूजिक डायरेक्टर राजा अली ने म्यूजिक दिया है. इस म्यूजिक एलबम के गाने इशरत पठान ने लिखे हैं और गाने को आवाज भी इशरत ने दी है.
गौरतलब हो कि इशरत पठान को गाना गाने और लिखने का शौक बचपन से है. गीत लिखने की कला उनके अंदर बचपन से है. यह इशरत के लिए एक कुदरती उपहार है. प्रारंभ में गाने को तुक और लयबद्ध कर वह स्कूल के एनवल फंक्शन में सुनाया करती थी. लेकिन इशरत ने अपनी इस कला को अपना प्रोफेशन बनाने के बारे में कभी नहीं सोचा. उनके परिवार में कोई भी फिल्म इंडस्ट्री से नहीं है लेकिन जब वह दिल्ली से मुम्बई आई और अपने लिखे गीत फिल्म लाइन से जुड़े कुछ लोगों को सुनाया तो सबने उनके गानों को बेहद पसंद किया और प्रोत्साहन दिया. साथ ही इशरत पठान के गीत लिखने और गाने की कला को उनका करियर बनाने की सलाह दी. फिर किस्मत ने साथ दिया या यूं कहें उपरवाले की मर्जी थी जो उन्हें इस मुकाम पर ले आयी कि उनका म्यूजिक एलबम जल्द ही आने वाला है. वो कहते हैं ना वक़्त से पहले और मुकद्दर से ज्यादा किसी को नहीं मिलता. इस गीत को लिखने के लिए म्यूजिक डायरेक्टर राजा अली ने उनको प्रोत्साहित किया और उनका पूरा साथ भी दिया. एल्बम ‘जंगल में मंगल’ एक कैची गीत है जो लोगों को बेहद पसंद आने वाला है. इसका म्यूजिक भी कर्णप्रिय है. इशरत की आवाज में एक अलग अंदाज और अदा है जो सभी वर्ग के श्रोताओं को आकर्षित करेगी. स्वर कोकिला लता मंगेशकर को इशरत अपना आदर्श मानती है. मशहूर संगीतकार और गायक बप्पी दा और उषा उत्थुप के गाने और उनके गाने की कला इशरत को बेहद प्रभावित करती है.


इशरत एक सुसंस्कृत परिवार से आती है. उनकी माँ का बेहद सपोर्ट रहा है उनकी जिंदगी में. इशरत अपनी कला में निखार के लिए रियाज भी करती है. उनकी गायन कला में एक अनोखा अंदाज़ है. इस म्यूजिक एलबम के बाद गणपति बप्पा को समर्पित एक और गीत भी जल्द आएगा जिसके बोल होंगे ‘देवा ओ देवा’.
इशरत पठान गजल, शायरी और कविता में भी निपुण है.

– गायत्री साहू

गीत, गजल, शायरी के साथ कविता में भी निपुण है इशरत पठान