
राजकुमार गौतम/बस्ती. उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले स्थित नगर पंचायत गनेशपुर में वाटर स्टाम्प पोस्ट के निर्माण के खराब गुणवत्ता के संबंध में पिछले दिनों चली खबर का संज्ञान लेते हुए नगर इसके कार्यों की जांच के आदेश दिए गए हैं. उल्लेखनीय है कि नगर पंचायत गनेशपुर में वाटर स्टाम्प पोस्ट के नाम पर जमकर हो रही लूट से नगरवासी नाराज हैं, क्योंकि वाटर स्टाम्प पोस्ट के निर्माण में घटिया क्वालिटी का मैटेरियल इस्तेमाल किया जा रहा है. टोंटी सस्ता वाला, ईंट सेयम, मसाले में बालू की भरमार, पानी की टंकी रखने के लिए जो फाउंडेशन बनाया गया है , छूते ही धराशाई हो जाएगा.
बात करें टाइल्स की तो कई कंपनियों को आर्डर देने के बाद ही टाइल्स की आपूर्ति सुनिश्चित हो पाई है, इसीलिए आपको रंग बिरंगे और कई मॉडल के टाइल्स के दर्शन करने को मिलेंगे. इन टाइल्स को इतनी मजबूती से लगाया गया है कि हवा के एक झोंके से ही जमीन पर नजर आ रही हैं. सबसे दिलचस्प बात ये कि नगरवासियों की सुविधा और उनको पेय जल की उपलब्धता सुनिश्चित करवाने के लिए बनाए जा रहे वाटर स्टाम्प पोस्ट ऐसी ऐसी जगहों पर बनाये गए है जहाँ पर सिर्फ 2 प्रतिशत लोग ही पहुँच पाएंगे. सोने पर सुहागा तो ये भी हो गया है कि एक ही जगह पर कई वाटर स्टाम्प पोस्ट बना दिया गया है.
फिलहाल खबर प्रसारित होने के बाद अधिशाषी अधिकारी ने अवर अभियंता को जांच के लिए निर्देशित किया है. अब देखना ये है कि जांच कर क्या कार्यवाई होती है. वाटर स्टाम्प पोस्ट को आबादी वाली जगहों पर पर शिफ्ट करके नगरवासियों को इस सुविधा का लाभ दिया जाता है या फिर लीपापोती करके ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है.
खबर इम्पेक्टः गनेशपुर वाटर स्टाम्प पोस्ट के निर्माण कार्य की जांच के आदेश