भारतीय फिल्म उद्योग में अपने असाधारण योगदान के लिए मशहूर फिल्म निर्माता महेश भट्ट एक बार फिर अपनी लेखनी से दर्शकों को लुभाने और डराने वाले हैं. उनकी आगामी हॉरर फिल्म ‘1920 हॉरर्स ऑफ द हार्ट’ सिनेमाघरों में रिलीज़ के लिए तैयार है. फिल्म में अभिनेत्री अविका गौर, अभिनेता राहुल देव, अभिनेत्री बरखा बिष्ट, अभिनेता अमित बहल और अवतार गिल मुख्य भूमिका में नजर आएंगे. बता दें कि टीवी की मशहूर अभिनेत्री अविका गौर इस फिल्म के ज़रिये बॉलीवुड में डेब्यू करने जा रही हैं. फिल्म को जाने-माने फिल्मकार विक्रम भट्ट की बेटी कृष्णा भट्ट ने निर्देशित किया है. बतौर निर्देशक कृष्णा की यह पहली फिल्म है. फिल्म के ट्रेलर को भी दर्शकों से बेहतरीन रिस्पांस मिल रहा है. इसी बीच महेश भट्ट साहब ने हाल ही में युवा प्रतिभाओं के लिए अपनी प्रशंसा व्यक्त की है. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि वे यंग प्रतिभा से सीखने में सक्षम होने का विशेषाधिकार महसूस करते हैं. महेश भट्ट साहब का यह वक्तत्व , यंग टैलेंट के महत्व और एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री के भविष्य को आकार देने में उनके द्वारा निभाई जाने वाली अमूल्य भूमिका पर प्रकाश डालती है.
अपने शानदार करियर के दौरान, भट्ट साहब ने बॉलीवुड में कई सुपरहिट फ़िल्में दी हैं. कहानियों को बड़े परदे पर उजागर करने की उनकी क्षमताएं असीमित हैं. हालांकि, वह मानते हैं कि युवा आज के प्रस्तोता हैं. हम आज की पीढ़ी से सीखते हैं. और इस प्रक्रिया में हमें सबसे पहले अपनी पुरानी सोच और मान्यताओं को फाड़ के फेंक देनी चाहिए. भट्ट साहब का मानना है कि फिल्म जगत का विकास युवाओं के हाथों में है. वह कहते हैं, ‘हमें आज की पीढ़ी से सीखना चाहिए. इस प्रक्रिया में हमें सबसे पहले अपने पुराने विचारों और विश्वासों को त्यागने की जरूरत है.’
गौरतलब है कि निर्देशक कृष्णा भट्ट ने “1920 हॉरर्स ऑफ द हार्ट” में अपनी जर्नी और महेश भट्ट साहब के साथ काम करने के बारे में बात करते हुए बताया कि जब महेश साहब फिल्म लिख रहे थे तो उन्होंने मुझसे मेरा इनपुट भी लिया और कहा कि फिल्म लेखनी के दौरान आपको साथ में बैठना ही होगा. महेश साहब का यह व्यक्तित्व दर्शाता है कि वे यंग प्रतिभा को कितना महत्व देते हैं.
कृष्णा भट्ट द्वारा निर्देशित “1920 हॉरर्स ऑफ द हार्ट” 23 जून को बड़े परदे पर रिलीज़ के लिए तैयार है. यह फिल्म तीन भाषाओं- हिंदी, तेलुगु और तमिल में रिलीज़ होगी.
युवा पीढ़ी से सीखने के लिए पुराने विचारों और विश्वासों को त्यागने की जरूरत है: महेश भट्ट . .