
उत्तर प्रदेश:- अलीगढ़ में भूमाफियाओं से तंग आकर दलित समाज के लोगों ने हजारों की संख्या में विरोध प्रदर्शन बैनर-पोस्टर व रैली निकाल कर किया, इसके साथ ही दलित नेताओं ने धमकी भी दी है अगर उनके साथ न्याय न हुआ व उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं तो धर्म परिवर्तन कर लेंगे और अगर जरूरी हुआ तो इस्लाम भी अपना लेंगे . उनका कहना है कि इसको लेकर वो आगामी बैठक में फैसला लेंगे. दलितों का आरोप है कि प्रशासन के साथ मिलकर भूमाफिया उनकी जमीन पर जबरन कब्जा कर रहे हैं.
दरअसल बीते दिनों अलीगढ़ के बन्नादेवी क्षेत्र में एक मंदिर की जमीन को लेकर हिंदूवादी संगठन और दलित समाज के लोग आमने-सामने आ गए थे, पुलिस ने दोनों ही पक्षों को एसडीएम के समक्ष कागज दिखाने के लिए कहा था, जिसके बाद हिंदूवादी पक्ष के लोगों ने एसडीएम को कागज दिखाया और एसडीएम ने बिना दलितों का पक्ष सुने फैसला कर दिया, जिसके बाद नाराज दलित समाज के लोगों ने शुक्रवार को हाथों में पोस्टर-बैनर लेकर प्रदर्शन के लिए विवश हो गए, उनका कहना था कि यदि भू माफियाओं ने उनकी जमीन पर कब्जा नहीं छोड़ा और प्रशासन ने कोई सहयोग नहीं किया तो वह आगामी बैठक कर इस्लाम धर्म अपनाने को मजबूर होंगे.
दलित समाज के एक नेताओ ने बताया कि हमारी मांग यह है कि यहां जो दलित समाज की बस्ती है, वे लोग 120 साल से यहां पर रह रहे हैं और उनके 80-90 मकान बने हुए हैं, बाहर रोड पर दुकानें बनी हुई हैं, एक बगीचा था जिसमें नीलकंठ महादेव मंदिर हैं , अंबेडकर सामुदायिक भवन और अंबेडकर धर्मशाला बनी हुई है, कुछ भू माफियाओं ने फर्जी ट्रस्ट बनाकर और शासन प्रशासन व न्यायालय को गुमराह करके यहां कब्जा करने की कोशिश की जा रही है.
मंदिर के बाहर बना दी दीवार, पूजा न कर सके दलित.
दलित नेताओं का कहना है की इसका विरोध करने के बाद भी दबंग भू- माफिया लोग नहीं माने और प्रशासन को गुमराह करके एक फर्जी ट्रस्ट और फर्जी डिग्री दिखाकर जमीन पर कब्जा करने की पूरी कोशिश की उसके बाद में दीवार वहां पर बना दी गई, जब एसडीएम और सीओ से बात हुई तो उन्होंने कहा कि आवारा पशु जो मंदिर में आकर गंदगी करते हैं, उससे बचने के लिए दीवार जरूरी है और आश्वासन भी दिया कि इसके अलावा कोई और कार्य नहीं होगा.
इस्लाम धर्म अपनाएंगे दलित.
मिली खबरों के अनुसार दलित समाज के नेता अशोक ने कहा कि मंदिर में पूजा करने के लिए लोग कैसे जाएंगे, उन्होंने दीवार बनाने पर भी सवाल उठाए, अशोक ने कहा कि 12 फीट की दीवार बनाने का मकसद क्या है? प्रशासन के आश्वासन के बाद भी वहां तोड़फोड़ नहीं रुकी और महापुरुषों की प्रतिमाओं को भी तोड़ दिया गया. उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि दोनों पक्षों को बुलाया जाए और बारीकी से पत्रावली का अवलोकन किया जाए, इसके साथ ही चेतवानी दी है कि अगर तोड़फोड़ नहीं रोकी गई तो हम तंग आकर आने वाले समय में धर्म परिवर्तन का निर्णय लेंगे अगर जरूरत हुई तो इस्लाम धर्म भी अपनाएंगे.
अलीगढ़ मे यूपी सरकार के खिलाफ विरोध मार्च, दलित समुदाय ने कहा भूमाफियाओं पर कार्रवाई नहीं हुई तो अपनाएंगे इस्लाम धर्म