
सीकर. राजस्थान में दहशत के पर्याय बन चुके राजू ठेहट की हत्या (Raju Thehat’s murder) ने एक बार फिर जता दिया कि मरुधरा में गैंगवार थमी नहीं है बल्कि वह अंदर ही अंदर सुलग रही है. हालांकि राजू ठेहट की हत्या किसने की है यह तो अभी तक पूरी तरह से साफ नहीं हुई है लेकिन सोशल मीडिया पर लॉरेंस बिश्नोई (Lawrence Bishnoi) से जुड़ी रोहित गोदारा गैंग ने इसकी जिम्मेदारी ली है. उसने सोशल मीडिया के जरिए ये जिम्मेदारी ली है. हालांकि पुलिस ने इसकी पुष्टि नहीं की है लेकिन वह गोदारा गैंग की भी सरगर्मी से तलाशी में जुटी है.
राजू ठेहटअपराध की दुनिया का वह नाम था जिसने बीते करीब दो दशक से प्रदेश में अपने नाम की दहशत पैदा कर रखी थी. राजू ठेहट की राजस्थान के कुख्यात गैंगस्टर रहे आनंदपाल गैंग से दुश्मनी थी. राजू ठेहट की हत्या के बाद रोहित गोदारा नाम के व्यक्ति ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट कर उसकी हत्या की जिम्मेदारी ली है. उसने लिखा है कि आज जो ये राजू ठेहट की हत्या हुई है उसकी संपूर्ण जिम्मेदारी मैं रोहित गोदारा (लॉरेंस बिश्नोई ग्रुप) लेता हूं.
आनंदपाल जी और बलबीर जी की हत्या में शामिल था
रोहित गोदारा ने आगे लिखा कि यह हमारे बड़े भाई आनंदपाल जी और बलबीर जी की हत्या में शामिल था जिसका बदला आज हमने इसे मार कर पूरा किया है. रही बात हमारे और दुश्मनों की तो उनसे भी जल्द मुलाकात होगी. जय बजरंग बली. इसके साथ ही नीचे रिप मोनू बन्ना और अंकित भादू लिखा गया है. राजू ठेहट की हत्या के बाद यह पोस्ट सोशल मीडिया में आई और तेजी से वायरल हो गई. पुलिस ने इसकी पुष्टि नहीं की है लेकिन वह इस गैंग पर नजर रख रही है.
लंबी है राजू ठेहट के खिलाफ दर्ज मामलों की फेहरिस्त
उल्लेखनीय है कि राजू ठेहठ सीकर जिले का रहने वाला था. वर्ष 2003 और 2004 में वह अपराध की दुनिया में तेजी से उभरा. अपने नाम का सिक्का जमाने के लिए राजू ठेहट ने एक के बाद एक कई अपराध किए. इससे उसके अपराधों की फेहरिस्त काफी लंबी होती चली गई. बताया जा रहा है कि इनकी संख्या 30 तक पहुंच गई. कई गैंगवार में राजू ठेहट का नाम सामने आया. देखते ही देखते वह सीकर जिले और शेखावाटी क्षेत्रों की सरहदों को पार करते हुए राजस्थान का कुख्यात गैंगस्टर बन गया. लेकिन उसका अंत भी गैंगवार में हो गया.
लॉरेंस गैंग के रोहित गोदारा ने ली हत्या की जिम्मेदारी!