
भोपाल: मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में 30 वर्षीय एक दलित युवक की पंचायत में आने व कुर्सी पर बैठने के चलते सवर्णों द्वारा पिटाई किए जाने का मामला प्रकाश में आया है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पीड़ित के सिर में गंभीर चोटें आई है, हाथ में फ्रैक्चर और शरीर के अन्य हिस्सों में भी चोटें आई हैं. उसका उपचार जिला अस्पताल में चल रहा है. व्यक्ति के परिवार ने आरोप लगाया है कि ग्राम पंचायत के कार्यालय में कुर्सी पर बैठने पर कुछ लोगों ने उसे बुरी तरह मारा पीटा है.
पीड़ित व्यक्ति की पत्नी और पंचायत के एक अधिकारी ने कहा कि जिला मुख्यालय से करीब 10 किलोमीटर दूर मटगुआन थाना क्षेत्र के चौका गांव में हुई इस घटना में पीड़ित व्यक्ति गंभीर रुप से घायल हो गया. पत्रकारों से बात करते हुए पीड़िता की पत्नी ने आरोप लगाया कि शनिवार को ग्राम पंचायत कार्यालय में कुर्सी पर बैठने की बात पर रोहित सिंह ठाकुर ने उसके पति की बुरी तरह से पिटाई कर दी. महिला ने आरोप लगाया कि ठाकुर और उसके साथियों की पिटाई से उसका पति गंभीर रुप से घायल हो गया. महिला ने कहा कि उसे अपने परिवार की सुरक्षा का डर है. उसने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई.
चौका ग्राम पंचायत सचिव अरविंद कुमार अहिरवार ने कहा कि पीड़ित व्यक्ति शनिवार को कपिल धारा योजना के तहत कुएं के निर्माण के लिए कागजात जमा करने के लिए कार्यालय आया था. उन्होंने भी यह दावा किया कि पीड़ित के कुर्सी पर बैठने पर ठाकुर ने आपत्ति की और उसके साथ मारपीट की.
गांव के सरपंच कृष्ण गोपाल अहिरवार ने दावा किया कि पीड़ित को इसलिए पीटा गया क्योंकि वह पंचायत कार्यालय में कार में आया और वहां कुर्सी पर बैठ गया. उन्होंने कहा कि कुर्सी पर बैठने को लेकर शनिवार को हुए विवाद के बाद रविवार शाम को आरोपी अन्य लोगों के साथ फिर से पीड़ित के घर पहुंचा और उसकी पिटाई की.
इस मामले में बिजावर के अनुविभागीय पुलिस अधिकारी रघु केसरी ने सोमवार को इस आरोप का खंडन करते हुए कहा कि कुर्सी पर बैठने के लिए आदमी को नहीं पीटा गया बल्कि शनिवार को हुई यह घटना उस आदमी और आरोपी के बीच दुश्मनी के कारण हुई. उन्होंने बताया कि पुलिस मामला दर्ज कर आरोपी की तलाश कर रही है.
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