
मुंबई. साइबर पुलिस द्वारा प्रतिदिन लोगों को ऑनलाइन ठगी और सेक्सटॉर्शन से बचने के लिए जागरूक किया जा रहा है. रोजाना अखबारों में खबरें भी प्रकाशित होती है, बावजूद लोग जालसाजों का शिकार हो रहे हैं. ऐसे ही एक और मामले में भांडुप पुलिस ने एक एमबीए छात्र की शिकायत पर अज्ञात जालसाजों के खिलाफ ठगी का मामला दर्ज किया है. पुलिस के अनुसार आरोपियों ने खुद को यूट्यूब अधिकारी के रूप में पेश किया और छात्र को सेक्सटॉर्शन का शिकार होने से बचाने के नाम पर बनाकर उससे 4.68 लाख रुपए वसूल किया. हालांकि पुलिस ने अभी तक इस मामले में अभी तक किसी को गिरफ्तारी नहीं किया है.
पुलिस के मुताबिक पीड़ित छात्र ने एक डेटिंग एप पर एक महिला के साथ अपना मोबाइल फोन नंबर शेयर किया था. इसके बाद रात करीब 8 बजे उसे व्हाट्सएप पर महिला के नंबर से एक वीडियो कॉल आया जिसमें एक अर्धनग्न महिला अश्लील इशारे करती नजर आई. युवक से 4-5 मिनट में समझ गया कि कुछ गड़बड़ है और उसने कॉल तुरंत काट दिया. कुछ देर बाद ही उसे वीडियो कॉल की रिकॉर्डिंग के साथ व्हाट्सएप पर एक मैसेज मिला, मैसेज में लिखा गया था कि अगर उसने महिला को पैसे नहीं दिए तो वीडियो को सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया जायेगा.
अश्लील वीडियो रोकने के लिए ऐंठे पैसे:- अगले दिन पीड़ित को दूसरे नंबर से व्हाट्सएप पर एक वॉइस मैसेज मिला. खुद को संजय सिंह बताते हुए उसने यूट्यूब की कानूनी टीम का हिस्सा होने का दावा किया. भांडुप पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक नितीन उन्हवणे ने बताया कि वीडियो रोकने के नाम पर जालसाजों ने पीड़ित से अलग-अलग समय पर लाखों रुपए लिया है. हमने इस मामले में एक टीम गठित की है और मामले की जांच चल रही है.
छात्र बना सेक्सटॉर्शन का शिकार, लाखों की ठगी