हिंदुस्तान जिंक दरीबा माईन्स को हाईकोर्ट का मिला नोटिस,जिला कलेक्टर ने खनन व कृषि विभाग को जिंक के टेलिंग डेम के खिलाफ दिये जाँच के आदेश
हाईकोर्ट ने प्रशासनिक अधिकारीयो को दस दिन मे रिपोर्ट की जाँच कर प्रस्तुत करने की कही बात
राजसमंद (पुकार) . रेलमगरा उपखंड क्षेत्र के मे दरीबा मे संचालित हिन्दुस्तान जिंक राजपुरा दरीबा माइंस के टेलिंग डेम से पानी दूषित होने की शिकायत पर प्रशासन हरकत में आ गया. कोटड़ी निवासी भगतीलाल प्रजापत द्वारा हाईकोर्ट मे दायर याचिका पर हाईकोर्ट के निर्देशानुसार 4 जून को खनन और कृषि विभाग की संयुक्त टीम ने एसडीएम बृजेश गुप्ता के नेतृत्व में मौके का निरीक्षण किया.
टीम ने क्षेत्र के कुओं, ट्यूबवेल और फूटिया तालाब के आसपास पानी और मिट्टी के नमूने लिए और बताया गया कि डेम बिना वैध स्वीकृति के बनाया गया है, जिससे 10 किलोमीटर क्षेत्र में जल स्रोत प्रभावित हो रहे हैं. हाईकोर्ट ने सख्त निर्देश देते हुए 10 दिन में रिपोर्ट पेश करने और प्रभावित ग्रामीणों को मुआवजा देने की प्रक्रिया शुरू करने को कहा है. इससे पहले भी सैंपल लिए गए थे, लेकिन रिपोर्ट अधूरी थी.
किसानो ने बताया कि हिन्दुस्तान जिंक के अधिकारी के निर्देश पर जिंक के कर्मचारी बरसात के समय टेलिंग डेम के पानी को बरसात के बहते पानी मे टेलिंग डेम पर लगे पाईप पर वॉल खोल देते जिसे वो पानी कोटडी तालब से होते हुवे लुनेरा तालब व भूपालसागर तालब मे जाकर एकत्रित होता . टेलिंग डेम के पानी के रिसाव से आस पास कि उपजाऊ भूमि पुरी तरह खत्म हो रही है.
राजसमंद विधायक दीप्ति माहेश्वरी ने पूर्व मे ग्रामीणों को विश्वास दिलाई कि जिंक से हो रही समस्याओं से आपको न्याय दिलाने की बात कही लेकिन विधायक द्वारा कुछ दिन इन बातो को चर्चा मे रखा गया फिर इसके बाद समय निकलता गया किसानो कि समस्या जस कि तस बनी रही और हिंदुस्तान जिंक के हौसले बुलंद होते गये ओर साथ ही टेलिंग डेम कि उंचाई भी बढ़ती गयी .