Sunday , 2 April 2023

पत्रकारों के उत्पीड़न का मामला थम नहीं रहा है उत्तर प्रदेश में।

उत्तर प्रदेश, बस्ती:- उत्तर प्रदेश में पत्रकारों की स्थिति बद से बदतर हो रही है आए दिन पत्रकारों को धमकाया जाता है व फर्जी मुकदमे पंजीकृत होते रहते हैं ऐसा ही एक मामला बस्ती जिले के हरैया तहसील के कुर्दा ग्राम पंचायत का है इसमें 12 सितंबर को आबादी व गड्ढे की शिकायत पर उषा चौधरी व उनके राजस्व की टीम पहुंची मौके पर पाया गया कि गढ्ढा व आबादी की जमीन जबरन कब्जा की जा रही है. सरकारी संपत्ति के कब्जे की बात को सुनकर पत्रकार राजित राम खबर संग्रह के उद्देश्य से वहां पर पहुंचे लोगों से बातचीत करके खबर के तह तक जाने की कोशिश कर रहे थे सूत्रों से पता चला कि दबंग लोगों से अवैध व्यक्तिगत लाभ लेकर हल्का लेखपाल निर्माण कार्य करवा रही थी, वहां पर उपस्थित लेखपाल उषा चौधरी को यह बात नागवार लगी और 13 तारीख को पत्रकार राजित राम और अन्य तीन के खिलाफ वर्तमान ज्वाइंट मजिस्ट्रेट को प्रार्थना पत्र देकर मुकदमा पंजीकृत की मांग की व बिना जांच के थानाध्यक्ष पैकोलिया को मुकदमा पंजीकृत के लिए आदेशित भी कर दिया. हल्का लेखपाल उषा चौधरी ने आरोप लगाया है कि पैमाइ से संबंधी उपकरण छीन लिए, गाली दे रहे थे, यहां तक की मारने के लिए दौड़ा लिए. लेखपाल के आरोप भ्रमित और तथ्यहीन इस बात से लगते हैं कि वर्तमान में पैमाइश करते समय पुलिस बल मौजूद था जिनमें सब इंस्पेक्टर देवबंद शर्मा व तीन सिपाही मौजूद थे. पत्रकार राजेश राम ने प्रमुख सचिव उत्तर प्रदेश शासन, पुलिस महानिरीक्षक, पुलिस अधीक्षक, जिला अधिकारी महोदया को पत्र लिखकर न्याय की गुहार लगाई है. अब देखना यह है कि उत्तर प्रदेश शासन प्रशासन क्या कार्यवाही करता है

पत्रकारों के उत्पीड़न का मामला थम नहीं रहा है उत्तर प्रदेश में.