
उत्तर प्रदेश, बस्ती – प्रत्येक रविवार को पीएचसी/सीएचसी पर आयोजित होने वाले आरोग्य मेला को गति प्रदान करने के लिए जिलाधिकारी श्रीमती प्रियंका निरंजन ने सभी एसीएमओ को इसका निरीक्षण करने का निर्देश दिया है. कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत योजना के तहत गोल्डन कार्ड बनाने के लिए नियमित शिविर लगाया जाए. डेंगू के इलाज के लिए सभी सीएचसी में अलग वार्ड तैयार किया जाए. बाढ़ क्षेत्र में नियमित रूप से मेडिकल टीम भेजी जाए.
जिलाधिकारी ने निर्देश दिया है कि पिछले 6 माह में रुपया 1000 से भी कम मानदेय पाने वाली निष्क्रिय आशाओं को चिन्हित करते हुए उनके स्थान पर नई आशा की भर्ती की प्रक्रिया शुरू करें. पिछले माह तक केवल 9 निष्क्रिय आशाओं को चिन्हित किया गया था परंतु केवल ग्राम प्रधान को नोटिस देकर आगे कोई कार्यवाही नहीं की गई. जिलाधिकारी ने इस स्थिति पर नाराजगी व्यक्त किया तथा उन्होंने निर्देश दिया है कि 1 सप्ताह के भीतर एमओआईसी इन आशाओं के विरुद्ध कार्रवाई सुनिश्चित करें.
समीक्षा में उन्होंने पाया कि जनपद में कुल 374 उपकेंद्र हैं तथा 477 एएनएम तैनात है. इसके बावजूद 49 उप केंद्र रिक्त है. जिलाधिकारी ने निर्देश दिया है कि केवल डिलीवरी प्वाइंट वाली 59 उपकेंद्र पर ही एक अतिरिक्त एएनएम की तैनाती की जाएगी. इसके अलावा सभी समबद्ध एएनएम को रिक्त उप केंद्रों पर तैनात करने के लिए जिलाधिकारी ने सीएमओ को निर्देशित किया है.
समीक्षा में उन्होंने पाया कि पूर्व में दिए गए निर्देश के बावजूद हर्रैया में नया ट्रांसफार्मर लगाने के लिए विद्युत विभाग द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई, जबकि उन्होने इसके लिए 08 लाख रूपया देने का आश्वासान दिया था. सीएचसी/पीएचसी में कोल्डचेन मेंटेन करने के लिए निर्धारित कक्ष की आवश्यक मरम्मत संबंधित बीडीओ द्वारा नहीं कराया गया. प्रिंटिंग कार्यों के लिए अभी तक टेंडर नहीं कराया गया. यहां तक की सीएचसी/पीएचसी पर भर्ती मरीजों को भोजन उपलब्ध कराने के लिए ना तो टेंडर कराया गया और ना ही महिला स्वयं सहायता समूह को कार्य आवंटित किया गया. सीएचसी/पीएचसी पर नए शौचालय बनाने के लिए भी कोई कार्य नहीं किया गया. जिलाधिकारी ने इस स्थिति पर नाराजगी व्यक्त किया तथा उन्होंने सभी एसीएमओ एवं डिप्टी सीएमओ जो सीएचसी/पीएचसी के प्रभारी हैं, को निर्देशित किया है कि वह सक्रियता से कार्य करते हुए दिए गए निर्देशों का अनुपालन कराएं और यदि कोई कठिनाई आती है तो अवगत कराएं.
समीक्षा में उन्होंने पाया कि कोल्ड चेन मेंटेन करने के मामले में अन्य व्यवस्थाएं पूर्ण किए जाने के कारण कोल्ड चेन पॉइंट ए ग्रेड में आ गए हैं फिर भी हर्रैया, भानपुर ,विक्रमजोत, सल्टौआ में अभी भी पुराने भवन में ही कोल्ड चेन मेनटेन किया जा रहा है.
संस्थागत प्रसव की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने पाया कि प्राइवेट अस्पतालों से डिलीवरी की रिपोर्ट प्राप्त नहीं हो रही है. उन्होंने निर्देश दिया है कि ब्लॉक कोआरडीनेटर माह की 20 से 25 तारीख के बीच सभी प्राइवेट अस्पतालों को संपर्क करके प्रसव की सूचना प्राप्त करेंगे.
उन्होंने बहादुरपुर तथा सल्टौआ में गर्भवती महिलाओं की एएनसी जांच कम पाए जाने पर असंतोष व्यक्त किया. उन्होंने निर्देश दिया है कि प्रत्येक माह की 9 तारीख को क्षेत्र की सभी गर्भवती महिलाओं की एमबीबीएस डॉक्टर द्वारा एक बार जांच अवश्य करा दी जाय.
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत मेडिकल टीम द्वारा छात्र-छात्राओं की कम स्क्रीनिंग पर जिलाधिकारी ने असंतोष व्यक्त किया तथा उन्होंने एमओआईसी तथा एबीएसए को निर्देशित किया है कि समन्वय बनाकर छात्र-छात्राओं की हेल्थ चेकअप कराएं. उन्होंने एसीएमओ डॉ. ए. के. गुप्ता को निर्देशित किया कि वह इस अभियान में तेजी लाएं.
उन्होंने एसीएमओ को यह भी निर्देश दिया कि परिवार नियोजन में तेजी लाने के लिए अगले 3 माह की कार्ययोजना प्रस्तुत करें. उल्लेखनीय है कि जनपद में केवल एक डॉक्टर, नसबंदी ऑपरेशन के लिए प्रशिक्षित है और वे हर्रैया में तैनात हैं. जिलाधिकारी ने निर्देश दिया है कि हर्रैया तहसील के अंतर्गत आने वाले सभी पांच ब्लॉक ऑपरेशन शिविर का रोस्टर जारी करें. वर्तमान में 1 डॉक्टर इस ऑपरेशन के प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए गए हुए हैं.
जिलाधिकारी ने 15 से 23 मई फाइलेरिया अभियान, पल्स पोलियो अभियान तथा लेप्रोसी से संबंधित मानदेय का भुगतान न किए जाने पर असंतोष व्यक्त किया है. समीक्षा में उन्होंने पाया कि ग्राम स्वच्छता पोषण समिति में ग्राम प्रधान एवं आशा के संयुक्त खाते अभी भी शत प्रतिशत नहीं खुल पाए हैं. कुछ एमओआईसी ने बताया कि बैंक फॉर्म देने में आनाकानी कर रहे हैं. इस संबंध में जिलाधिकारी ने लीड बैंक मैनेजर को निर्देशित किया है.
बैठक का संचालन डीपीएम राकेश पाण्डेय ने किया. सीएसओ डा. आर.पी. मिश्रा ने आश्वस्त किया कि बेहतर स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने के लिए सभी अधिकारी-कर्मचारी सक्रियता बरतेंगे. बैठक में डीडीओ अजीत श्रीवास्तव, सीएमएस डा. आलोक वर्मा, एसीएमओ डा. जय सिंह, डा. सी.एल. कन्नौजिया, डीआईओएस डी.एस. यादव, बीएसए इन्द्रजीत प्रजापति, डीपीआरओ नमिता शरण, यूनिसेफ की अनीता सिंह, डा. अजय, सुरेन्द्र शुक्ला, सुधीर यादव, अजय मिश्रा, एमओआईसी उपस्थित रहे.
आयुष्मान भारत योजना के तहत गोल्डन कार्ड बनाने के लिए नियमित शिविर लगाया जाए. जिलाधिकार बस्ती