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कोलकाता. भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व खिलाड़ी एवं 1983 विश्वकप विजेता भारतीय टीम के सदस्य कृष्णमाचारी श्रीकांत का मानना है कि अगले साल होने वाले विश्वकप में विराट कोहली की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण साबित होगी. एक बेहतरीन बल्लेबाज के साथ साथ कोहली अन्य खिलाड़ियों को बेहतर प्रदर्शन करने में मदद करेंगे.
स्टार स्पोर्ट्स के शो ‘क्रिकेट का महाकुंभ’ पर बोलते हुए श्रीकांत ने कहा “ एक खिलाड़ी के रूप में 1983 विश्व कप जीतना और फिर 2011 विश्व कप में एक टीम के चयनकर्ताओं का अध्यक्ष बनना एक ऐसी कहानी है जिसे मैं अपने पोते-पोतियों को बता सकता हूं, यह बेहतरीन अहसास था. 2011 विश्वकप में गौतम गंभीर ने शानदार बल्लेबाजी करने के साथ अन्य बल्लेबाजों को भी प्रोत्साहित किया. मुझे उन पर गर्व है. मैं भविष्यवाणी कर रहा हूं कि विराट कोहली हमें 2023 विश्व कप में वही वीरता दिखाएंगे. ”
उन्होने कहा “ खिलाड़ियों को अपना खेल खेलने की आजादी दी जानी चाहिये. ईशान किशन को ही देख लीजिए, वह किस तरह गेंद को हिट करते हैं. उन्होंने हाल ही में दोहरा शतक भी जड़ा है. बस इन खिलाड़ियों को वहां जाने और अपना खेल खेलने के लिए कहें, उन्हें प्रतिबंधित न करें. इशान किशन की तरह, आपको दो या तीन और खिलाड़ियों की जरूरत है जो खुद को भिव्यक्त करने से डरते नहीं हैं.”
टीम में खिलाड़ियों का संयोजन के बारे में श्रीकांत ने कहा “ जिस तरह गौतम गंभीर ने अतीत में एंकर की प्रमुख भूमिका निभाई है, उसी तरह इस बार विराट कोहली उस भूमिका को निभाएंगे. वह ईशान किशन जैसे खिलाड़ियों की मदद करेंगे, जैसे उन्होंने किशन के दोहरा शतक लगाने पर शतक बनाया था. यह सब स्वतंत्रता के बारे में है, अपने खिलाड़ियों को स्वतंत्रता देना, आप जो चाहते हैं वह करें, अपना खेल खेलें भले ही आप आउट हो जाएं, यही दृष्टिकोण टीम का होना चाहिए. ”
विश्वकप के लिये भारतीय एकादश के बारे में अपनी राय व्यक्त करते हुये उन्होने कहा “ दो खिलाड़ी मेरी सूची में नहीं होंगे, शुभमन गिल और शार्दुल ठाकुर. अगर आप मेरे मीडियम पेसर चाहते हैं तो वे बुमराह, उमरान मलिक, अर्शदीप सिंह और मोहम्मद सिराज होंगे. चार मध्यम तेज गेंदबाज पर्याप्त हैं. मैं चयनकर्ताओं के अध्यक्ष के रूप में बोल रहा हूं न कि एक प्रशंसक के रूप में. ”
उन्होने कहा “हमारे पास इस समय टीम में ऐसा खिलाड़ी है, ऋषभ पंत, उनसे निरंतरता की उम्मीद न करें. मुझे निरंतरता नहीं चाहिए. मैं मैच जीतना चाहता हूं, और अगर ये लोग अकेले दम पर ऐसा कर सकते हैं तो बहुत अच्छा. ऋषभ पंत ऐसा कर सकते हैं. ”
श्रीकांत ने कहा कि टीम इंडिया के लिए बल्लेबाज ऑलराउंडरों की कमी है. उस समय हमारे पास युवराज सिंह थे जो एक बल्लेबाजी ऑलराउंडर थे, सहवाग एक और बल्लेबाजी ऑलराउंडर थे. सचिन तेंदुलकर भी तीन से चार ओवर फेंकते थे. हम बस उन्हें तीन से चार ओवर फेंकने की जरूरत है, 10 ओवर नहीं. इसलिए अगर हमें ऐसा गेंदबाज मिलता है तो यह टीम इंडिया के लिए अच्छा होगा.”
उन्होने कहा कि दीपक हुड्डा को अपना खेल दिखाने का मौका मिलना चाहिए, आईपीएल में उनका प्रदर्शन देखना चाहिए और फिर फैसला करना चाहिए कि उन्हें रिजर्व में रहने की जरूरत है या नहीं. इसलिए वाशिंगटन सुंदर, रवींद्र जडेजा, एक्सर पटेल, हार्दिक पांड्या निश्चित रूप से मेरी टीम में हैं और रिजर्व में दीपक हुड्डा को आजमा सकते हैं. मेरी नजर हार्दिक पांड्या पर होगी, मुझे उम्मीद है कि वह वहां जाकर अपना खेल खेलेगा. गेंदबाजी के साथ-साथ वह बल्लेबाजी और क्षेत्ररक्षण में भी अपना सर्वश्रेष्ठ देते हैं.