
बस्ती(उत्तर प्रदेश)| पत्रकार को धमकी देने के 48 घंटे बाद भी वाल्टरगंज पुलिस ने अभी तक एफआईआर नहीं दर्ज किया जबकि दर्जनों पत्रकारो के साथ थाने पर जाकर लिखित रूप से इस बात की शिकायत पीड़ित पत्रकार अब्बास खान ने की थी. पुलिस का रवैया देखकर ऐसा लग रहा है कि मामले को गंभीरता से ना लेकर टालमटोल किया जा रहा हो क्योंकि तत्परता ना दिखाना यह साबित कर रही है कि पुलिस और वाल्टरगंज थानाध्यक्ष नारायण लाल श्रीवास्तव इस बात को गंभीरता से नहीं ले रहे, आपको बताते चलें कि मामला बस्ती जिले के वाल्टरगंज थाना अंतर्गत गनेशपुर कस्बे का है जहां पर अब्बास नाम के पत्रकार को सोमवार रात लगभग 10:30 बजे 9682483898 नंबरों से फोन करके धमकी दी जाती है और खुद को गोरखपुर मंदिर का महंत धर्मेंद्र सिंह बताते हुए भद्दी भद्दी गालियां और जान से मारने की धमकी दी जाती है और धार्मिक शांति भंग करने की कोशिश भी की जाती है, जिसके सुचना दूरभाष के माध्यम से अब्बास खान ने थानाध्यक्ष वाल्टरगंज को दिया. थाने पर लगभग दर्जनभर पत्रकारो के साथ पीड़ित ने मंगलवार को पहुंचकर बाकायदा तहरीर दिया, तहरीर के वक्त इंस्पेक्टर वाल्टरगंज मौजूद नहीं थे दूरभाष द्वारा थाना अध्यक्ष नारायण लाल श्रीवास्तव ने आश्वासन दिया कि एफ आई आर दर्ज करके कार्रवाई की जाएगी, परंतु 48 घंटे से ज्यादा बीत जाने के बाद भी अभी तक ना तो एफ आई आर दर्ज की गई और न ही उक्त अपराधी के खिलाफ कोई भी कार्रवाई की गई. हमारे प्रतिनिधि ने जब दूरभाष के माध्यम से थानाध्यक्ष वाल्टरगंज नारायण लाल श्रीवास्तव से इस मामले में प्रगति रिपोर्ट जाननी चाही तो उन्होंने कहा कि मामले की जांच की जा रही है जांच करके कार्रवाई की जाएगी. एफ आई आर दर्ज न किए जाने को लेकर पत्रकारों में काफी आक्रोश व्याप्त है यदि चौथा स्तंभ कहे जाने वाले कलम के सिपाही का ही कलम अपराधियों के द्वारा तोड़ दिया जाएगा तो सामान्य जनमानस का क्या होगा. अब देखना यह है कि प्रशासन इस गंभीर मामले को जांच के नाम पर कब तक टालती है.
पत्रकार को धमकी देने वाले पर मुकदमा दर्ज करने से आनाकानी कर रही वाल्टरगंज पुलिस