Friday , 24 March 2023
क्या पत्रकारों को न्याय के लिए अब विश्व न्यायालय का दरवाजा खटखटाना पड़ेगा, उत्तर प्रदेश, बस्ती।

क्या पत्रकारों को न्याय के लिए अब विश्व न्यायालय का दरवाजा खटखटाना पड़ेगा, उत्तर प्रदेश, बस्ती।

उत्तर प्रदेश, बस्ती:-ज्वाइंट मजिस्ट्रेट तहसील हरैया अमृतपाल कौर ने अपने गलत शक्तियों का प्रयोग करते हुए पत्रकार राजित राम यादव के ऊपर मुकदमा पंजीकृत करने का आदेश थानाध्यक्ष पैकोलिया को दे दिया, जिसके परिपेक्ष में पत्रकार ने उत्तर प्रदेश कैडर की 2019 बैच की आईएएस अमृतपाल कौर के ऊपर प्रश्न उठाते हुए संघ लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष को पत्र लिखकर न्याय की गुहार लगाई. दरअसल मामला कुर्दा ग्राम पंचायत का है इसमें 12 सितंबर को आबादी व गड्ढे की शिकायत पर उषा चौधरी व उनके राजस्व की टीम मौके पर जांच करने पहुंची उक्त स्थान पर पाया गया कि गढ्ढा व आबादी की जमीन जबरन कब्जा की जा रही है. सरकारी संपत्ति के कब्जे की बात को सुनकर पत्रकार राजित राम खबर संग्रह के उद्देश्य से वहां पर पहुंचे लोगों से बातचीत करके खबर के तह तक जाने की कोशिश कर रहे थे सूत्रों से पता चला कि दबंग लोगों से अवैध व्यक्तिगत लाभ लेकर हल्का लेखपाल निर्माण कार्य करवा रही थी, वहां पर उपस्थित लेखपाल उषा चौधरी को यह बात नागवार लगी और 13 तारीख को पत्रकार राजित राम और अन्य तीन के खिलाफ वर्तमान ज्वाइंट मजिस्ट्रेट को प्रार्थना पत्र देकर मुकदमा पंजीकृत की मांग की. आश्चर्य की बात तो यह है कि यूपी कैडर 2019 बैच की आईएएस ज्वाइंट मजिस्ट्रेट अमृतपाल कौर बिना जांच के थानाध्यक्ष पैकोलिया को मुकदमा पंजीकृत के लिए आदेशित भी कर दिया.

हल्का लेखपाल उषा चौधरी ने आरोप लगाया है कि पैमाइ से संबंधी उपकरण छीन लिए, गाली दे रहे थे, यहां तक की मारने के लिए दौड़ा लिए. लेखपाल के आरोप भ्रमित और तथ्यहीन इस बात से लगते हैं कि वर्तमान में पैमाइश करते समय पुलिस बल मौजूद था जिनमें सब इंस्पेक्टर देवव्रत शर्मा व तीन सिपाही मौजूद थे. पत्रकार राजित राम ने संघ लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष व आईएएस के प्रति जिम्मेदार भारत के प्रथम नागरिक राष्ट्रपति से न्याय संगत जांच कर कार्यवाही की अपील की.

क्या पत्रकारों को न्याय के लिए अब विश्व न्यायालय का दरवाजा खटखटाना पड़ेगा, उत्तर प्रदेश, बस्ती.