- कुछ हटकर अलग करने की ललक रखने वाले अनंत देव
भदोही. कहते है जब रक्त देने की बात आती है तो जिनसे रक्त का रिश्ता रहता है वो भी खत्म हो जाता है. भदोही जिले के रहने वाले अनंत देव पाण्डेय एक साथ कई जिस्म में जिंदा है. पत्रकार अनंत देव पाण्डेय अपने जन्मदिन पर हर वर्ष दूसरों के जिस्म में जिंदा रहने के लिए रक्तदान करते है. 9 वर्षों से लगातार अनंत देव पाण्डेय रक्तदान करते हुए आ रहे है. इस बार फिर एक बार उन्होंने अपने जन्मदिन पर रक्तदान किया.
अनंत जिसके नाम का ही कोई अंत नही हो वो लगातार ऐसी मिशाल दे रहे है जो प्रेरणास्रोत है. भदोही जिले के डेरवा गांव के रहने वाले पत्रकार अनंत देव पाण्डेय ने जन्मदिन पर 9 वी बार रक्तदान किया. कुछ हटकर अलग करने की ललक रखने वाले अनंत देव पाण्डेय जन्मदिन पर वृक्षारोपण भी करते है. जन्मदिन के नाम पर हजारों रुपये व्यर्थ करने वाले युवाओं के लिए अनंत देव पाण्डेय प्रेरणास्रोत है. हर जन्मदिन पर एक यूनिट रक्तदान अनंत देव पाण्डेय करते है.
अनंत देव पाण्डेय ने बताया कि जन्मदिन पर फिजूलखर्ची की बजाय अगर रक्तदान और वृक्षारोपण करें तो ज्यादा बेहतर है. हमें रक्तदान करके व वृक्षारोपण करके बहुत प्रसन्नता होती है. हमारा रक्त किसी जरूरतमंद के काम आ सकता है. लगातार 9 वर्षों से रक्तदान कर रहे है. आगे भी यह अनवरत करते रहेंगे. हमारा उन सभी युवाओं से अपील है कि वो भी जन्मदिन पर रक्तदान करें. ताकी जरूरतमंद व्यक्ति उसका उपयोग कर सके. रक्तदान करने के बाद जो सुकून मिलता है वो कभी नही मिला.