बसपा के सभी पदों से हटाए जाने के बाद आकाश आनंद ने तोड़ी चुप्पी, कहा ‘बहन जी का आदेश सिर माथे पे।’

नई दिल्ली. बहुजन समाज पार्टी के कोऑर्डिनेटर पद एवं बसपा सुप्रीमो के उत्तराधिकार से हटाए गये उनके भतीजे आकाश आनंद ने इस पर पहली बार अपनी प्रतिक्रिया देते हुए अपने एक्स एकाउन्ट पर लिखा है “आदरणीय बहन @mayawati जी, आप पूरे बहुजन समाज के लिए एक आदर्श हैं, करोड़ों देशवासी आपको पूजते हैं. आपके संघर्षों की वजह से ही आज हमारे समाज को एक ऐसी राजनैतिक ताक़त मिली है जिसके बूते बहुजन समाज आज सम्मान से जीना सीख पाया है. आप हमारी सर्वमान्य नेता हैं. आपका आदेश सिर माथे पे. भीम मिशन और अपने समाज के लिए मैं अपनी अंतिम साँस तक लड़ता रहूँगा.” इसके अलावा आकाश आनंद ने अपने एक्स एकाउन्ट के प्रोफाइल में नेशनल कोओर्डिनेटर हटाकर बीएसपी कार्यकर्ता लिख दिया है.

उल्लेखनीय है कि हाल ही में उनके बयानों को लेकर बसपा सुप्रीमो मायावती ने पहले तो उनकी रैलियों पर रोक लगा दी थी, उसके बाद एक्स एकाउन्ट पर लिखते हुए आकाश आनंद को अपरिपक्व बताते हुए उन्हें अपने उत्तराधिकारी एवं बसपा के नेशनल कोऑर्डिनेटर पद से भी हटा दिया था.

इससे पहले आकाश आनंद पार्टी में पूरी तरह से सक्रिय हो गये थे, तथा लोकसभा चुनाव के चुनावी सभाओं में एक तरफ जहाँ बसपा की नीतियों एवं बाबा साहेब डॉ. अम्बेडकर तथा बसपा संस्थापक मान्यवर कांशीराम विचारधारा के साथ सम्बोधित कर रहे थे. लोकसभा के तीन चरणों तक के चुनाव तक दर्जनों रैलियों को सम्बोधित करते हुए उन्होंने भाजपा, कांग्रेस, सपा सहित चंद्रशेखर आज़ाद पर भी जमकर निशाना साधा. इसी बीच एक चुनावी सभा के दौरान वंचितों, बहुजनों, महिलाओं के हालात की चर्चा करते हुए भाजपा को आतंकवादी तक कह दिया. जिस पर उनके खिलाफ एफआईआर तक हो गया. जिसके बाद बसपा सुप्रीमो मायावती ने उनकी बाद की रैलियों को रद्द करते हुए दिल्ली बुला लिया और 8 मई को लगातार 2 ट्वीट किये जिस पर लिखा कि “1. विदित है कि बीएसपी एक पार्टी के साथ ही बाबा साहेब डा भीमराव अम्बेडकर के आत्म-सम्मान व स्वाभिमान तथा सामाजिक परिवर्तन का भी मूवमेन्ट है जिसके लिए मान्य. श्री कांशीराम जी व मैंने खुद भी अपनी पूरी ज़िन्दगी समर्पित की है और इसे गति देने के लिए नई पीढ़ी को भी तैयार किया जा रहा है. 2. इसी क्रम में पार्टी में, अन्य लोगों को आगे बढ़ाने के साथ ही, श्री आकाश आनन्द को नेशनल कोओर्डिनेटर व अपना उत्तराधिकारी घोषित किया, किन्तु पार्टी व मूवमेन्ट के व्यापक हित में पूर्ण परिपक्वता (maturity) आने तक अभी उन्हें इन दोनों अहम जिम्मेदारियों से अलग किया जा रहा है.”

अब इस बात को एक दिन बीतने के बाद दूसरे दिन यानी आज 9 मई को आकाश आनंद ने अपना पहला ट्वीट किया और मायावती के आदेश का स्वागत करते हुए उन्हें आदर्श बताया है.