- नरेंद्र मोदी के लिए सत्ता के दरवाजे सिर्फ महाराष्ट्र ही बंद कर सकता है: नाना पटोले.
- लोकसभा चुनाव में मोदी और बीजेपी को उखाड़ फेंकने का संकल्प: बालासाहेब थोरात
- मोदी सरकार की तुलना में डॉ. मनमोहन सिंह सरकार की अर्थव्यवस्था तेज रही है: पृथ्वीराज चव्हाण
- लोनावाला में दो दिवसीय राज्य स्तरीय प्रशिक्षण शिविर का समापन
लोनावला. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा देश के लोकतंत्र को खत्म करने का काम कर रही है. लोकसभा चुनाव में मोदी दोबारा सत्ता में आई तो कई लोगों को जेल जाना पड़ेगा, क्योंकि वे लोकतंत्र, संविधान को कुछ नहीं मानते. अब हमारे सामने करो या मरो की स्थिति है. कांग्रेस प्रदेश प्रभारी रमेश चेन्निथला ने कहा है कि बीजेपी और नरेंद्र मोदी द्वारा पंडित जवाहरलाल नेहरू की लगातार आलोचना का मकसद गांधी-नेहरू विचारधारा को खत्म करने की है , लेकिन यह कभी नहीं होगा.
शनिवार को लोनावाला में दो दिवसीय राज्य स्तरीय शिविर का समापन करते हुए चेन्निथला ने कहा कि लोकसभा चुनाव के लिए बहुत कम समय बचा है. हम लोगों ने इस बात पर चर्चा की है कि यह चुनाव वैज्ञानिक तरीके से लड़ा जाना चाहिए. बूथ मैनेजमेंट सबसे अहम है. इंडिया आघाडी को सत्ता में लाने के लिए काम करना चाहिए और राज्य से 48 सीटें जीतने का लक्ष्य रखना चाहिए. साथ ही पार्टी में अनुशासन भी रहना चाहिए. कोई कुछ भी बोले , यह नहीं चलेगा. एनएसयूआई, यूथ कांग्रेस, फ्रंटल सेल की भी क्षेत्रीय स्तर पर बैठक होनी चाहिए.
इस मौके पर बोलते हुए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि लोनावाला में दो दिवसीय शिविर के दौरान अच्छा बौद्धिक और वैचारिक मंथन हुआ है.. पूरे प्रदेश में कांग्रेस पार्टी को एकजुट होना चाहिए. सभी प्रकोष्ठ, फ्रंटल संगठन को मिल कर पार्टी के एजेंडे पर काम करना चाहिए . सभी को इस संकल्प के साथ काम करना है कि हमें लोकसभा की लड़ाई जीतनी है. अब हमारे पास समय नहीं है. हमें युद्ध स्तर पर काम करना होगा. पटोले ने अपने कार्यकर्ताओं से कहा कि वे लोगों को जाकर बताएं बीजेपी कैसे झूठ बोल रही है. कैसे लोगों को धोखा दे रही है. हमारा संकल्प अघाड़ी को जिताना है और बीजेपी को हराना है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि महाराष्ट्र में माहौल कांग्रेस और मविआ के पक्ष में है. याद रखें कि महाराष्ट्र नरेंद्र मोदी की सत्ता के दरवाजे बंद कर सकता है, नाना पटोले ने अंत में बीजेपी को चैलेंज करते हुए कहा कि’ तुम मुझे आंधीओं का डर बताते हो, मैं तो तूफानों से बगावत कर के आया हूँ”.
इस मौके पर कांग्रेस विधायक दल के नेता बालासाहेब थोरात ने कहा कि कांग्रेस पीछे नहीं गई है, बल्कि दर्शन पीछे जा रहा है. हमारे पास परंपरा, दर्शन, विचार, कांग्रेस सरकार द्वारा किए गए कार्य हैं. कांग्रेस ने देश के लिए बलिदान दिया है. हमें गर्व होना चाहिए कि हम कांग्रेस पार्टी से हैं. लोकसभा चुनाव के लिए हमारे पास ज्यादा समय नहीं है. चुनाव एक मोर्चे के रूप में लड़ा जाना चाहिए . उम्मीदवार कोई भी हो, लक्ष्य एक ही है कि बीजेपी और नरेंद्र मोदी सत्ता में न रहें. बीजेपी सरकार देश हित में नहीं है.
उन्होंने आगे कहा कि वर्तमान में राजनीति कारोबार की तरह हो गई है. जब सत्ता आती है तो कुछ लोग यहां से वहां चले जाते हैं. जब कांग्रेस दोबारा सत्ता में आती है तो वापस यहां आ जाते हैं. यह चलने वाला नहीं है. जनता को ऐसे कारोबारी नेताओं को सबक सिखाना चाहिए. थोरात ने कहा कि राहुल गांधी की मेहनत बेकार नहीं होगी. भारत जोड़ो यात्रा से सकारात्मक ऊर्जा पैदा हो रही है. हमें भी लोगों के बीच जाना चाहिए. हमलोगों ने कड़ी मेहनत की तो महाविकास अघाड़ी राज्य में 38 से ज्यादा लोकसभा सीटें जीत सकती है.
इस मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी लगातार कह रहे हैं कि भारत की अर्थव्यवस्था पांचवीं सबसे बड़ी है और 2047 में जब आजादी के 100 साल होंगे तब भारत एक विकसित राष्ट्र बन जाएगा. लेकिन नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय अर्थव्यवस्था की गति की तुलना में डॉ. मनमोहन सिंह सरकार के दौरान विकास गति अधिक थी. अगर उसी गति से विकास होता तो आज भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया होता. यूपीए काल में अर्थव्यवस्था का विस्तार 183 प्रतिशत हुआ, जबकि मोदी काल में यह 103 प्रतिशत रहा. नोटबंदी, जीएसटी लागू होना, अचानक तालाबंदी, किसानों के खिलाफ छेड़ा गया युद्ध और भ्रष्टाचार ने अर्थव्यवस्था की गति को धीमा कर दिया है.
चव्हाण ने कहा कि सपना दिखाया जा रहा है कि वर्ष 2047 में भारत एक विकसित राष्ट्र बन जाएगा लेकिन उसके लिए प्रति व्यक्ति आय बढ़नी चाहिए. जिस देश की प्रति व्यक्ति आय अधिक होती है वह समृद्ध देश होता है. उसके लिए प्रति व्यक्ति आय 13 हजार 845 डॉलर होनी चाहिए. वर्तमान में भारत की प्रति व्यक्ति आय 2800 डॉलर है. और उसके लिए हम अर्थव्यवस्था की 10 प्रतिशत दर हासिल करनी होगी. जबकि वर्तमान में मोदी सरकार के दौरान अर्थव्यवस्था की दर 6.0-6.25 प्रतिशत है.
शिविर के समापन के बाद नाना पटोले ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया, उन्होंने कहा कि मराठा आरक्षण के लिए बुलाए गए विशेष सत्र में मराठा आरक्षण कानून को ऐसे पारित करना होगा कि जो कोर्ट में कायम रहे. देवेन्द्र फडणवीस ने 2018 में भी ऐसा ही कानून बनाया था लेकिन वह कोर्ट में नहीं टिक सका. अब सरकार जो बिल ला रही है उस पर विधानमंडल में सभी मुद्दों पर चर्चा होनी चाहिए. पटोले ने कहा, भाजपा सरकार ने मराठा समुदाय और जरांगे पाटिल को धोखा दिया है. अब दोबारा धोखा नहीं दिया जाना चाहिए .