आदिवासी महिला के साथ मारपीट करने और उसे नग्न घुमाने के मामले में विस्तृत जानकारी जुटाने कर्नाटक पहुंची भाजपा की पांच सदस्यीय टीम

बेलागवी. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की पांच सदस्यीय तथ्यान्वेषी टीम कर्नाटक में बेलगावाी जिले के न्यू वंटामुरी गांव में एक आदिवासी महिला के साथ मारपीट करने और उसे नग्न घुमाने के मामले में विस्तृत जानकारी जुटाने के लिए शनिवार को यहां पहुंची. तथ्यान्वेषी टीम में भाजपा सांसद अपराजिता सारंगी, सुनीता दुग्गल, रंजीता कोली, लॉकेट चटर्जी और पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव आशा लाकड़ा शामिल हैं. उन्होंने मामले से जुड़ी जानकारी जुटा ली है. टीम न सिर्फ पीड़िता से मुलाकात करेगी बल्कि घटना के बारे में विस्तृत जानकारी भी लेगी.
इस अवसर पर भाजपा सांसद मंगला अंगड़ी, जिला भाजपा अध्यक्ष संजय पाटिल, अनिल बेनाके और अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे. ग्यारह दिसंबर को महिला का बेटा इस भयावह और शर्मनाक घटना को अंजाम देने वाले आरोपी परिवार की लड़की के साथ भाग गया था, जिसके बाद महिला को कथित तौर पर उसके घर से निकाल कर उसे निर्वस्त्र घुमाया गया और बिजली के खंभे से बांध दिया गया. जिला पुलिस ने अब तक आठ लोगों को गिरफ्तार किया है, और कई फरार हैं.
कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने कहा कि सभी अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा. कर्नाटक उच्च न्यायालय ने यह भी कहा कि यह घटना महाभारत में द्रौपदी के अपमान से भी बदतर थी. भगवान कृष्ण द्रौपदी की रक्षा के लिए आए, लेकिन बेलगावी घटना में आदिवासी महिला की रक्षा के लिए कोई नहीं आया. भाजपा ने कांग्रेस सरकार द्वारा मामले को ठीक से नहीं संभालने के खिलाफ देश भर में विरोध प्रदर्शन करने की योजना बनाई है.
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी इस संबंध में कांग्रेस के नेतृत्व वाली कर्नाटक सरकार की आलोचना की है. श्री नड्डा ने एक बयान में कहा कि कर्नाटक में कांग्रेस सरकार के सत्ता में आने के बाद से विशेष रूप से महिलाओं के खिलाफ ऐसे जघन्य अपराध नियमित अंतराल पर हो रहे हैं. यह ऐसे अपराधों से निपटने में देश भर में कांग्रेस सरकारों के गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार को भी उजागर करता है.श्रीमती सीतारमण ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘कांंग्रेस में एससी और एसटी के लिए कोई ‘न्याय’ नहीं है. कर्नाटक के बेलगावी में हाल की घटना उसी श्रेणी में आती है, जिस श्रेणी में उनके खिलाफ बार-बार होने वाले अत्याचार हैं. कांग्रेस के लिए दलित सिर्फ एक वोट बैंक हैं.”
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने बेलगावी घटना से राजनीतिक लाभ हासिल करने की कोशिश के लिए श्री नड्डा की आलोचना की. श्री सिद्दारमैया आरोप लगाया कि भाजपा बेलगावी घटना का इस्तेमाल कांग्रेस सरकार को राजनीतिक रूप से निशाना बनाने के लिए कर रही है. उन्होंने श्री नड्डा को भाजपा शासन में महिलाओं के खिलाफ हिंसा की घटनाओं के बारे में भी याद दिलाया.