कार्यमुक्त होने के बाद भी वीसीपीएम अधीक्षक गौर नही दे रहा कार्यालय का चार्ज

बस्ती (उत्तर प्रदेश). सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गौर से कार्यमुक्त वी० सी० पी० एम० रामजीत जायसवाल अधीक्षक डा० प्रेमचन्द्र पर भारी पड़ रहा है. 15 दिन पहले वी० सी० पी० एम० राम जीत जायसवाल सीएचसी गौर से कार्यमुक्त होने के बाद भी रामजीत जायसवाल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गौर का चार्ज नही दे रहा है जिसमें सीएचसी गौर पर कार्यालय सम्बंधी कार्य बाधित हो रहा है. सीएचसी अधीक्षक प्रेमचन्द्र ने वी० सी० पी० एम० को नोटिस जारी करके तत्काल चार्ज देने की का निर्देश दिया है और मुख्य चिकित्सा अधिकारी को भी सूचित किया है कि सीएचसी गौर पर वी० सी० पी० एम० द्वारा चार्ज न देने के कारण कार्यालय के समस्त कार्य बाधित है. आपको बताते चलें कि सीएचसी गौर से कार्यमुक्त वी० सी० पी० एम० रामजीत जायसवाल पर आशाओं ने आशा प्रोत्साहन राशि वाउचर के भुगतान हेतु 200 रुपये प्रति वाउचर लेने का आरोप लगाया था जिसमें कुछ आशाओं ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी से लिखित शिकायत भी किया था एवं आशाओं से आशा प्रोत्साहन राशि भुगतान के लेन-देन का आडियों सोशल मीडिया पर भी वायरल हुआ था. सोशल मीडिया पर वायरल खबरों का संज्ञान लेते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने टीम गठित करके उक्त मामले की जांच करने का निर्देश दिया था. जांच टीम के द्वारा सीएचसी गौर के अन्तर्गत कार्यरत आशाओं से पूछताछ किया था और शिकायत सम्बंधी बिन्दुओं की गहनता से जांच भी किया था. जांच में आशाओं द्वारा वी० सी० पी० एम० राम जीत जायसवाल पर लगाया गया आरोप सत्य पाया गया था जिसमें अधीक्षक डा० प्रेम चन्द्र ने वी० सी० पी० एम० राम जीत जायसवाल को दिनांक – 23- 04- 2024 को सीएचसी गौर से कार्यमुक्त करते हुए अग्रिम आदेशों तक कार्यालय मुख्य चिकित्सा अधिकारी बस्ती से सम्बद्ध किया गया था. अधीक्षक डा० प्रेम चन्द्र के द्वारा चार्ज देने के सम्बंध में नोटिस जारी करने के बाद भी सीएचसी गौर से कार्यमुक्त वी० सी० पी० एम० राम जीत जायसवाल द्वारा कार्यालय का चार्ज न देना चर्चा का विषय बना हुआ है. इस सम्बंध में मीडिया टीम को अधीक्षक डा० प्रेम चन्द्र ने बताया कि चार्ज देने के सम्बंध वी० सी० पी० एम ० जायसवाल को दो बार नोटिस जारी किया जा चुका है लेकिन 15 दिन बीतने के बाद भी अभी तक वी० सी० पी० एम० राम जीत जायसवाल ने सीएचसी गौर कार्यालय सम्बंधी चार्ज नही है जिसके सम्बंध में वी० सी० पी० एम० के खिलाफ अग्रिम कार्रवाई की जा रही है.