अक्षय कुमार स्टारर ‘मिशन रानीगंज’ को रियल बनाने के लिए फिल्म निर्देशक टीनू देसाई ने किया यह काम

क्रिटिकली अक्लेम्ड फिल्म मेकर, ‘रुस्तम’ के निर्देशक टीनू सुरेश देसाई, अपनी बहुप्रतीक्षित पूजा एंटरटेनमेंट की रेस्क्यू थ्रिलर, ‘मिशन रानीगंज’ की रिलीज का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. फिल्म की दिलचस्प कहानी से परे जो रानीगंज में एक अहम रेस्क्यू मिशन के इर्द-गिर्द घूमती है, टीनू देसाई ने उन रियल चुनौतियों पर रोशनी डाली हैं जिनका उन्होंने और उनकी टीम ने फिल्म के निर्माण के दौरान सामना किया था.
‘मिशन रानीगंज’ एक कोल माइन एक्सीडेंट पर बेस्ड फिल्म है जिसने देश और दुनिया को सदमे में डाल दिया. फिल्म बहादुर जसवन्त सिंह गिल (अक्षय कुमार द्वारा अभिनीत) के नेतृत्व में बचाव दल के अथक कोशिशों को दर्शाती है. ऐसे में यह सुनिश्चित करने के लिए कि फिल्म के सीन्स इस दुखद घटना के प्रामाणिक और प्रासंगिक सार को पेश करें, टीनू देसाई और उनकी टीम ने एक उल्लेखनीय प्रयास शुरू किया. इसके लिए उन्होंने एक गड्ढा खोदा जो जमीन में 30 से 40 फीट गहरा था.
दिलचस्प बात यह है कि ‘मिशन रानीगंज’ सुपरहिट ‘रुस्तम’ के बाद टीनू का अक्षय के साथ दूसरा सहयोग है, जिसने सुपरस्टार को नेशनल अवॉर्ड दिलाया था.
इसके पीछे का कारण अभिनेताओं को वास्तविक रूप से उस दर्द और घुटन का अनुभव करवाना था जो रियल माइनर्स ने कोयला खदान के अंदर फंसने के दौरान सहन किया था. मानइर्स द्वारा सामना की जाने वाली चुनौतियों में यह कोशिश सिल्वर स्क्रीन पर अधिक ठोस और सशक्त प्रदर्शन में तब्दील होने की उम्मीद थी. जमीन पर ऊपर की ओर खड़ा सेट बनाने (जिसे एग्जीक्यूट करना और शूट करना बहुत आसान है) के बजाय, टीम ने 35-40 फुट गहरा गड्ढा खोदने का फैसला किया, जो बहुच चुनौतीपूर्ण और रीयलिस्टिक काम बन गया.
इसे अच्छे से बताते हुए, फिल्म निर्माता टीनू देसाई ने कहा, “यह शूट करने के लिए एक चुनौतीपूर्ण फिल्म थी, मुख्य रूप से क्योंकि एक अहम हिस्सा लोकेशन पर फिल्माया गया था. फिल्म के विषय को देखते हुए, हमारा इरादा पृष्ठभूमि और सेटिंग में प्रामाणिकता और प्रासंगिकता को बनाए रखना था. इसके लिए हमने सामूहिक रूप से जमीन के नीचे एक गड्ढा खोदने का फैसला किया, जो लगभग 30 से 40 फीट की गहराई तक होगा, जो वास्तविक कोयला खदान के केवल 1/10वें हिस्से जैसा होगा.”
उन्होंने आगे कहा, “सबसे मुश्किल काम एक ऐसे सेट को दोबारा बनाना था जो उस दौर की कोयला खदान जैसा दिखता हो. इसके अलावा, हमारा गोल दुखद घटना के दौरान फंसे हुए खनिकों द्वारा अनुभव की गई घुटन की वास्तविक भावना को पैदा करना था. हमने अभिनेताओं को वास्तविक खनिकों के समान परिस्थितियों में खुद को डुबोने का निर्देश दिया. मैं हमारे सभी क्रू मेंबर्स और अभिनेताओं की सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए इस सावधानीपूर्वक खनन काम को एग्जीक्यूट करने के लिए जरूरी रिसोर्सेज की सुविधा के लिए वाशुजी, जैकी, दीपशिखा और पूजा एंटरटेनमेंट के सभी लोगों का आभारी हूं.
‘मिशन रानीगंज’ न केवल एक सम्मोहक कहानी बताने का वादा करती है, बल्कि फिल्म मेकिंग के इस महत्वाकांक्षी और अपरंपरागत नजरिए की बदौलत दर्शकों को खनिकों की कठिन परीक्षा की वास्तविकता से भी रूबरू कराती है.
इस फिल्म में अक्षय कुमार के साथ परिणीति चोपड़ा, कुमुद मिश्रा, पवन मल्होत्रा, रवि किशन, वरुण बडोला, दिब्येंदु भट्टाचार्य, राजेश शर्मा, वीरेंद्र सक्सेना, शिशिर शर्मा, अनंत महादेवन, जमील खान, सुधीर पांडे, बचन पचेरा, मुकेश भट्ट और ओंकार दास मानिकपुरी नजर आएंगे. ‘मिशन रानीगंज’ ह्यूमन इमोशन्स और इंजीनियरिंग दिमाग के लचीलेपन, दृढ़ संकल्प और वीरता का एक प्रतीक है. यह फिल्म रुस्तम के बाद टीनू सुरेश देसाई की अगली थ्रिलर भी है, जिसने उन्हें बड़े पैमाने पर क्रिटिकल और कमर्शियल अक्लेम दिलाया था.
वाशु भगनानी, जैकी भगनानी, दीपशिखा देशमुख और अजय कपूर द्वारा निर्मित, ‘मिशन रानीगंज’ टीनू सुरेश देसाई द्वारा निर्देशित हैं. फिल्म का म्यूजिक जेजस्ट म्यूजिक पर रिलीज किया जाएगा. एक ऐसा कोल माइन एक्सीडेंट जिसने देश और दुनिया को झकझोर कर रख दिया और जसवंत सिंह गिल के नेतृत्व में रेस्क्यू टीम के अथक प्रयासों को दर्शाती यह फिल्म 6 अक्टूबर 2023 को सिनेमाघरों में रिलीज होगी.