जयपुर. राजस्थान में पांच लाख से ज्यादा सत्रह वर्ष से अधिक आयुवर्ग के युवाओं ने मतदाता पंजीकरण के लिए अग्रिम आवेदन किया है. राज्य मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने प्रदेश में निष्पक्ष एवं समावेशी चुनाव के लिए निर्वाचन विभाग को प्रतिबद्ध बताते हुए यह यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि अब तक 1.5 लाख से अधिक नव मतदाताओं ने ईवीएम डेमो पर मॉक पोलिंग में हिस्सा लिया है. उन्होंने कहा कि सौ फीसदी मतदाता पंजीकरण के लक्ष्य की प्राप्ति के लिए विशेष योग्यजनों, ट्रांसजेण्डर्स एवं विशिष्टतः असुरक्षित जनजातीय समूहों (पीवीटीजी) को मतदाता सूची में जोड़ने के लिए विशेष क्लस्टर कैम्प भी आयोजित किए जा रहे है.
श्री गुप्ता सोमवार को हरीशचन्द्र माथुर लोक प्रशासन संस्थान में प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव के संबंध में आयोजित रिटर्निंग अधिकारियों के चार दिवसीय सर्टिफिकेशन कार्यक्रम (द्वितीय चरण) को सम्बोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि रिटर्निंग अधिकारी की निर्वाचन संबंधी कार्यों में स्क्रूटनी से लेकर मतगणना तक विभिन्न कार्यों में अह्म भूमिका होती है तथा इसके लिए आयोग के दिशा-निर्देशों एवं कार्यप्रणाली की जानकारी होना आवश्यक है. उन्होंने कहा कि सर्टिफिकेशन कार्यक्रम का उद्देश्य निर्वाचन संबंधी प्रक्रियाओं की व्यावहारिक समझ विकसित करना है, जिससे कि निर्वाचन कार्यों का सफल क्रियान्वयन हो सके.
इस दौरान पेड न्यूज एवं मीडिया प्रमाणन एवं निगरानी समिति, प्रत्याशी नामांकन, नाम निर्देशन पत्रों की स्क्रूटनी, नामांकन वापसी एवं चुनाव चिह्न आवंटन प्रक्रिया, पोस्टल बैलेट, आदर्श आचार संहिता, ईआरओ-नेट, विभिन्न एप एवं पोर्टल व्यय अनुरीक्षण एवं जिला चुनाव प्रबंधन योजना सहित विभिन्न निर्वाचन कार्यों पर चर्चा की जाएगी. चार दिवसीय सर्टिफिकेशन कार्यक्रम का यह द्वितीय चरण 24 से 27 जुलाई तक आयोजित किया गया है. इसमें पहले चरण के बाद शेष रहे सौ रिटर्निंग अधिकारी बैच-3 एवं बैच-4 के रूप में हिस्सा ले रहे है. सर्टिफिकेशन कार्यक्रम का पहला चरण गत 10 से 13 जुलाई तक आयोजित किया गया था जिसमें सौ रिटर्निंग अधिकारियों ने भाग लिया.