पूजा एंटरटेनमेंट के ‘मिशन रानीगंज’ के ट्रेलर ने दर्शकों को दीवाना कर दिया है, जो उन्हें ग्रैंड विजुअल्स और रियल कोल माइन सेटिंग्स से भरा एक रोमांचक सिनेमाई अनुभव का वादा करता है. दर्शक फिल्म के साथ असल कोयला खदान का माहौल देने और प्रामाणिकता जोड़ने के लिए निर्माताओं की प्रशंसा कर रहे हैं और अब खबर है कि कई प्रोडक्शन टीम्स ने कोयला खदानों की हर जानकारी का सटीक स्टडी करने और उसे रिक्रिएट के लिए एक मिशन शुरू किया. कई हफ्तों के दौरान, प्रोडक्शन टीम से लगभग कई लोगों को रियल माइनिंग लोकेशन्स पर भेजा गया ताकि सुरक्षा और सटीकता सुनिश्चित करते हुए कहनी में सहजता से मैच होने वाले सेट तैयार किए जा सकें.
यह पता चला है कि एक सुरंग बनाने के लिए 40 फुट गहरा एक विशाल खड्डा खोदा गया था जो कोयले की खदान जैसा हो. यह फिल्म राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता टीम के निर्देशक टीनू देसाई और अक्षय कुमार की जोड़ी को उनकी आखिरी पेशकश रुस्तम के बाद वापस लाती है.
पूजा एंटरटेनमेंट की निर्माता दीपशिखा देशमुख ने अपने विचार जाहिर करते हुए कहा, “सबसे बड़ी चुनौती इस दुखद घटना को बताना और इसे इस तरह से जीवंत करना था कि रानीगंज की दुनिया वास्तविक और प्रासंगिक दिखे. हमारे निर्देशक टीनू जी, शानदार प्रोडक्शन डिजाइनर दया और अमरीश और उनकी टीमें वास्तव में कमाल थीं – हमने खानों की टोपोग्राफी का अध्ययन करने और उसी अनुभव को रेप्लिकेट करने के लिए स्टेंसिल वापस लाने के लिए टीमों को रानीगंज भेजा – मुझे विश्वास है कि सभी के अथक प्रयास इसमें शामिल टीमों की दर्शकों द्वारा वास्तव में सराहना की जाएगी.”
मिशन रानीगंज के युग के निर्माण पर प्रकाश डालते हुए, टीनू देसाई ने कहा, “मेरे दिमाग में यह साफ था कि मुझे पूरी फिल्म रानीगंज में शूट करनी थी. हमें 1989 का युग बनाना था, जब खदानें भाप से चलती थी न कि इंजनों से. हमने 25 अलग-अलग कोयला खदानों का दौरा किया और व्यापक लोकेशन काउंटिंग की. 2021 में, हमें फाइनली सही जगह मिल गई जहां हमने सोचा कि हम कोयला खदानें बना सकते हैं, क्योंकि यह उस युग से भी मेल खाता है जिसकी हम तलाश कर रहे थे. क्योंकि लोकेशन तय थी, मेन चुनौती कोयला खदान को प्रदर्शित करना था, और हमें कम समय में एक अलग दुनिया बनानी थी, लेकिन मेरी प्रोडक्शन टीम ने रिसर्च किया और हमने अलॉटेड समय में दुनिया बना दी. हमें कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा, लेकिन सब कुछ अवेलेबल कराने और मेरे सोच को जीवन में लाने के लिए पूजा एंटरटेनमेंट और दीपशिखा देशमुख को धन्यवाद. जब मैंने इसे स्क्रीन पर देखा, तो यह रॉ और रियल लग रहा था, और मुझे यकीन है कि यह फिल्म दर्शकों को हमारे द्वारा बनाई गई दुनिया में ले जाएगी और वे बड़े पर्दे पर जसवन्त सिंह गिल की जीवन से भी बड़ी कहानी को जीएंगे.
इस फिल्म के प्रभावशाली ट्रेलर लॉन्च के बाद से, ‘मिशन रानीगंज’ को सबसे प्रामाणिक तरीके से जीवंत करने की कमिटमेंड साफ है, और दर्शक दर्दनाक कोल माइन रेस्क्यू मिशन के मनोरंजक और यथार्थवादी चित्रण से कम कुछ भी उम्मीद नहीं कर सकते हैं.
जसवन्त सिंह गिल द्वारा की गई उपलब्धि उतनी ही अविश्वसनीय है, और उन्हें 48 घंटों में सबसे बड़े कोयला खदान मिशन को सफलतापूर्वक पूरा करने के लिए “वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स” और “लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स” के दो प्रतिष्ठित सम्मान से भी सम्मानित किया गया था. देश के गुमनाम हीरो की कहानी बताने वाली यह फिल्म आज के भारत के युवाओं के लिए कही जानी चाहिए क्योंकि यह उन्हें प्रेरित करेगी और समाज को आईना दिखाएगी.
वाशु भगनानी, जैकी भगनानी, दीपशिखा देशमुख और अजय कपूर द्वारा निर्मित, ‘मिशन रानीगंज’ टीनू सुरेश देसाई द्वारा निर्देशित हैं. फिल्म का म्यूजिक जेजस्ट का है. एक ऐसा कोल माइन एक्सीडेंट जिसने देश और दुनिया को झकझोर कर रख दिया और जसवंत सिंह गिल के नेतृत्व में रेस्क्यू टीम के अथक प्रयासों को दर्शाती यह फिल्म 6 अक्टूबर 2023 को सिनेमाघरों में रिलीज होगी, जो दर्शकों को एक यादगार सिनेमाई अनुभव देगी.