प्रधानाध्यापिका द्वारा दलित रसोइया के हाथ का खाना न खाने के लिए बच्चों को धमकाया जाता है

महोबा, उत्तर प्रदेश:- आज 21वीं शदी के भाजपा शासन काल में भी उत्तर प्रदेश में आए दिन प्रतिदिन दलितो महिलाओं के ऊपर उत्पीड़न के मामले आते रहते हैं एक ताजा मामला महोबा जनपद से सामने आ रहा है जहां रसोईया ने प्रिंसिपल के ऊपर आरोप लगाते हुए डीएम से प्रार्थना पत्र देखकर यह शिकायत किया है कि प्रधानाध्यापिका ना तो मिड डे मील के नियमों का पालन करती हैं और आए दिन वह रसोई को जाति सूचक शब्दों से संबोधित करते रहती हैं और अपनी भड़ास निकालने के लिए बच्चों को दलित महिला रसोई के हाथ से खाना ना खाने के लिए उकसाते हैं जिससे बच्चों के मन में छुआछूत का भाव उत्पन्न हो रहा है. मिली जानकारी के अनुसार बेसिक शिक्षा अधिकारी के स्तर से अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई वहीं पर दूसरी तरफ जिला अधिकारी मृदुल चौधरी ने जांच कर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दे दिए हैं मामला तूल पकड़ता नजर आ रहा है वहीं दूसरी तरफ भीम आर्मी ने इस प्रकरण को लेकर प्रधानाध्यापिका के ऊपर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई करने के लिए धरना प्रदर्शन कर रही है और मामले से संबंधित शिकायती पत्र सीओ कुलपहाड़ हर्षिता गंगवार को सौंपा है,

जानते हैं क्या है पूरा मामला

पूरा मामला जनपद महोबा के कुलपहाड़ थाना कस्बा अंतर्गत आने वाले मोहल्ला कटवरिया इलाके में संचालित प्राथमिक विद्यालय का है, जहां सरकारी स्कूल में दलित रसोइया के साथ छुआछूत और भेदभाव का मामला तूल पकड़ता जा रहा है, प्राथमिक विद्यालय में रसोइया का काम कर रही गीता अहिरवार के मुताबिक, दलित होने के चलते प्रधानाचार्य नीलू गुप्ता द्वारा उन्हें अपमानित किया जाता है, ये भी आरोप है कि स्कूल के प्रधानाध्यापिका द्वारा स्कूल में पढ़ने आ रहे बच्चों को भी दलित रसोइया के हाथ का खाना न खाने के लिए धमकाया जाता है, वहीं, पीड़िता रसोइया द्वारा आरोपी प्रधानाध्यापिका पर सख्त कार्रवाई की लगातार मांग की जा रही है, इस गंभीर मामले पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कुछ भी बोलने से भागते रहे थे. आज जब वो कैमरे के सामने आए तो उन्होंने कहा कि जांच हो गई है, विभागीय कार्रवाई की जा रही है.