राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं पूर्व प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री को जन्मदिन पर दी गई भावपूर्ण श्रद्धांजलि

नयी दिल्ली. कृतज्ञ राष्ट्र ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर सोमवार को उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की. मुख्य श्रद्धांजलि समारोह राजघाट और विजयघाट तथा संसद भवन परिसर में आयोजित किये गये. इसके अलावा राजधानी दिल्ली और देश के अन्य स्थानों पर भी दिवंगत विभूतियों की याद में श्रद्धांजलि समारोह, सभायें तथा अन्य कार्यक्रम आयोजित किये गये.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु , उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ , प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे , पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ,केन्द्रीय मंत्री, कई राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने महात्मा गांधी और शास्त्री जी को इस अवसर पर श्रद्धांजलि अर्पित की.
श्रीमती मुर्मु ने कहा कि गांधी जी ने केवल अहिंसा के लिए ही लड़ाई नहीं लड़ी बल्कि उन्होंने स्वच्छता, महिला सशक्तिकरण, आत्मनिर्भरता और किसानों के अधिकारों के लिए भी समर्पित भाव से कार्य किया. वह केन्द्रीय संस्कृति मंत्रालय द्वारा 154वीं गांधी जयंती पर गांधी स्मृति एवं दर्शन समिति के कार्यक्रम में शामिल हुईं. राष्ट्रपति ने अपने एक संदेश में कहा कि विश्व के कई बड़े नेता गांधी जी के विचारों से प्रभावित हुए जिनमें मार्टिन लूथर किंग जूनियर, नेल्सन मंडेला और बराक ओबामा भी शामिल हैं.
श्रीमती मुर्मु ने कहा कि गांधी जी ने केवल अहिंसा के लिए ही लड़ाई नहीं लड़ी बल्कि उन्होंने स्वच्छता, महिला सशक्तीकरण, आत्मनिर्भरता और किसानों के अधिकारों के लिए भी समर्पित भाव से कार्य किया. श्री धनखड़ ने राजघाट पर राष्ट्रपिता को उनकी जयंती पर पुष्पांजलि अर्पित की. श्री धनखड़ सुबह राजघाट पहुंचे और महात्मा गांधी की समाधि पर पुष्प अर्पित किये.
इससे पहले उन्होंने राष्ट्रपिता को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा, “ हमें महात्मा गांधी के सत्य और अहिंसा के मूल्यों को याद करना चाहिए, जिन्होंने भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान राह दिखाई.‌ भारत की व्यापक प्रगति के लिए हमें उनकी आत्मनिर्भरता और विश्व बंधुत्व की भावना को बनाये रखने की शपथ लेनी चाहिए. ” उन्होंने विजय घाट पर शास्त्री जी को उनकी जयंती पर पुष्पांजलि अर्पित की. उन्होंने शास्त्री जी को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि वह सरलता और निष्ठा से ओत-प्रोत थे और उनका प्रेम मातृभूमि के लिए था. असाधारण चुनौतियों के बीच जय जवान-जय किसान के नारे के साथ भारत का नेतृत्व उनकी महत्वपूर्ण भूमिका दर्शाता है.
उप राष्ट्रपति ने कहा, “ शास्त्री जी का जीवन और दर्शन हम सबके लिए प्रेरणा का स्रोत है. ” प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने महात्मा गांधी की 154वीं और शास्त्री जी की 119 वीं जयंती पर उन्हें याद किया और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. श्री मोदी सुबह पहले राजघाट पहुंचे और उन्होंने बापू की जयंती पर उन्हें याद कर श्रद्धा सुमन अर्पित किए. प्रधानमंत्री के साथ इस दौरान केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी भी मौजूद थे. श्री मोदी ने विजय घाट पहुंचकर शास्त्री जी को भी श्रद्धांजलि दी. इस दौरान उनके साथ दिल्ली के उपराज्यपाल विनय सक्सेना और आम आदमी पार्टी नेता आतिशी भी मौजूद थीं.
प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर कहा, “ गांधी जयंती के खास मौके पर मैं महात्मा गांधी को नमन करता हूं. महात्मा गांधी का प्रभाव वैश्विक है, जो पूरी मानव जाति को एकता और करुणा की भावना को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित करता है. ” प्रधानमंत्री ने कहा कि हम हमेशा उनके सपनों को पूरा करने की दिशा में काम करते रहें. गांधी जी के विचार हर युवा को उस बदलाव का वाहक बनने में सक्षम बनायें, जिसका उन्होंने सपना देखा था, जिससे सर्वत्र एकता और सद्भाव को बढ़ावा मिले. ”
श्री मोदी ने शास्त्री जी को उनकी जयंती पर याद करते हुए कहा कि उनकी सादगी और राष्ट्र के प्रति समर्पण और ‘जय जवान, जय किसान’ का प्रतिष्ठित आह्वान आज भी पीढ़ियों को प्रेरित करता है. भारत की प्रगति के प्रति उनकी अटूट प्रतिबद्धता और चुनौतीपूर्ण समय में उनका नेतृत्व अनुकरणीय है. हम सदैव सशक्त भारत के उनके दृष्टिकोण को साकार करने के लिए कार्य करते रहेंगे.
श्री बिड़ला ने राजघाट और विजयघाट पहुंचकर राष्ट्रपिता और शास्त्री जी को श्रद्धांजलि अर्पित की. श्री खरगे ने पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए तरक्की के लिए उनके एकता के संदेश को उद्धृत करते हुए कहा, “ देश की तरक्की के लिए हमें आपस में लड़ने के बजाय गरीबी, बीमारी और अज्ञानता से लड़ना होगा. भूमि सुधार से लेकर दुग्ध एवं हरित क्रांति की नींव रखने तक, रेलवे में थर्ड क्लास को खत्म करने से लेकर बसों में महिलाओं के लिए सीट का प्रावधान देने तक, 1965 की जंग से लेकर अपने गाँधीवादी विचारों से देश सेवा करने तक — हमारे आदर्श, पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी के अभूतपूर्व योगदान को हम याद करते हैं. उच्च विचारों के धनी शास्त्री जी का सरलता एवं सादगीपूर्ण जीवन, हमारे लिए हमेशा प्रेरणादायक रहेगा. ‘जय जवान-जय किसान.”
श्री राहुल गांधी ने कहा, “ शास्त्री जी को उनकी जयंती पर नमन. ‘जय जवान, जय किसान’ के नारे से उन्होंने देश के दो बड़े तपस्वी वर्गों को सशक्त करने का काम किया था. शास्त्री जी का दिखाया रास्ता हमें भारत के हर मेहनती नागरिक को उनका अधिकार दिलाने के लिए प्रेरित करता है. ” दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राष्ट्रपिता को उनकी जयंती पर उन्हें नमन करते हुए उनके आदर्शों का पालन करने का आह्वान किया. श्री केजरीवाल ने एक्स पर लिखा, “ राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी जी को उनकी जयंती के अवसर पर कोटि-कोटि नमन. बापू जी के महान दृढ़ संकल्प और अहिंसा के सिद्धांत ने हमारे देश को स्वतंत्रता की ओर अग्रसर किया. आइए, हम सभी उनके आदर्शों का पालन करें और मिलकर भारत को आगे बढ़ाने के लिए काम करें. उन्होंने कहा पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर उन्हें शत-शत नमन. सादगी और सरलता के साथ देश की सेवा करने की उनकी दृढ़ता सदा हम सबको प्रेरित करती रहेगी. ”