महिला को नग्न घुमाने के मामले में राजस्थान सरकार को मानवाधिकार आयोग का नोटिस, चार सप्ताह में कृत कार्रवाई की मांगी रिपोर्ट

नयी दिल्ली. राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) भारत ने राजस्थान के प्रतापगढ़ जिले में एक गर्भवती महिला को उसके परिवार के सदस्यों द्वारा पीटने और नग्न घुमाने की कथित घटना पर राज्य सरकार को नोटिस भेज कर चार सप्ताह में कृत कार्रवाई की रिपोर्ट मांगी है. आयोग ने सोमवार को जारी एक विज्ञप्ति में कहा है कि उसने इस मामले में मीडिया की एक खबर पर स्वत: संज्ञान लेते हुए राज्य सरकार को नोटिस जारी किया है.
रिपोर्ट के अनुसार 31 अगस्त को उक्त महिला को उसके परिवार के सदस्यों द्वारा कथित तौर पर पीटा गया और गांव में नग्न घुमाया गया. उसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. विज्ञप्ति के अनुसार आयोग ने कहा है कि मीडिया रिपोर्ट की सामग्री यदि सच है, तो यह पीड़िता के मानवाधिकारों के उल्लंघन का गंभीर मुद्दा है.
आयोग ने राजस्थान के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को नोटिस जारी कर चार सप्ताह के भीतर मामले में विस्तृत रिपोर्ट मांगी है. रिपोर्ट में अपराधियों के खिलाफ की गई कार्रवाई और मामले में एफआईआर दर्ज होने के बाद की जा रही जांच की स्थिति की जानकारी भी मांगी गयी है. राज्य सरकार से पीड़ित महिला की स्वास्थ्य स्थिति और प्रशासन द्वारा उसे प्रदान किए गए मुआवजे, यदि कोई के बारे में भी जानकारी मांगी गयी है.
मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार गत 02 सितंबर को महिला एक व्यक्ति के साथ पास के गांव में गई थी, जहां से उसके परिवार के सदस्य उसे वापस ले आए और उसके साथ अमानवीय व्यवहार किया. कथित तौर पर पीड़ित महिला मदद की गुहार लगाती रही, लेकिन लोगों ने मदद के लिए आगे आने के बजाय उसका वीडियो बनाना बेहतर समझा.