कप्तानगंज के विधायक अतुल चौधरी और सल्टौवा ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि दुष्यंत विक्रम सिंह में नोक झोक

संवाददाता अतुल सिंह

बस्ती, उत्तर प्रदेश. कल बस्ती जनपद में छटवे चरण का चुनाव संपन्न होने वाला है चुनाव होने में मात्र एक दिन ही बचे हैं, इसी बीच कप्तानगंज के विधायक अतुल चौधरी और भाजपा के सल्टौवा ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि दुष्यंत विक्रम सिंह के द्वारा एक दूसरे के बीच दारू और रुपए बांटने के आरोप पर नोक झोंक हो गई. दुष्यंत विक्रम सिंह का आरोप है कि सपा प्रत्याशी राम प्रसाद चौधरी के पुत्र और कप्तानगंज से विधायक अतुल चौधरी द्वारा मतदाताओं में शराब और रुपए बाटे जा रहे थे. इसकी बात की सूचना उनके कार्यकर्ताओं के द्वारा उन्हें मिली तो वह मौके पर पहुंचे और इस बात को लेकर दोनों तरफ से नोंकझोंंक और धक्का मुक्की हो गई. इस मामले में कप्तानगंज विधायक अतुल चौधरी ने बताया कि उनकी एक गाड़ी प्रचार में गई थी जो वहां पंचर हो गई थी इस गाड़ी को और आदमियों को लाने के लिए हमने दूसरी गाड़ी भेजी क्योंकि पंचर हुई गाड़ी काफी देर से खड़ी थी इसलिए लोग वहां इकट्ठा हो गए और भाजपा के कुछ लोग आकर हल्ला-गुल्ला और शराब तथा रुपए बांटने का आरोप लगाने लगे. इस बात की सूचना जब उन्हें हुई तो वह भी मौके पर पहुंचे सूचना पाकर गौर थानाध्यक्ष राजकुमार पहुंचे और उन्होंने गाड़ियों की जांच की तो ऐसा कुछ भी नहीं मिला. वही इस मामले में दुष्यंत विक्रम सिंह ने बताया कि अजगवा जंगल में हमारे कार्यकर्ताओं ने सूचना दी की रामप्रसाद चौधरी के पुत्र अतुल चौधरी जो सपा से विधायक हैं कप्तानगंज क्षेत्र मे रुपया और दारू बटवा रहें है तथा भोली भाली जनता को बरगलाया जा रहा है. उन्होंने कहा इसकी सूचना हमारे कार्यकर्ताओं ने हमें भी दी लेकिन पहुंचने में थोड़ी देर हो गई और उनकी एक गाड़ी जिसमें 10 लाख रुपया तथा दारू रखा हुआ था उसको इन लोगों ने वहां से भगा दिया. मौके पर पहुंचे थानाध्यक्ष द्वारा गाड़ियों की चेकिंग की गई कुछ नहीं मिला क्योंकि पैसे वाली गाड़ी इन्होंने वहां से हटवा दी थी. उन्होंने कहा कि अजगवा जंगल में इस बार सब लोग भाजपा को सपोर्ट दे रहे हैं और सपा की यहां दाल नहीं गल रही है इसलिए यह लोग परेशान हैं और रुपया दारू बांट के वोट खरीदना चाहते हैं. उन्होंने कहा मैं प्रशासन से कहूंगा कि इस तरह की कार्य को तत्काल रोका जाए. विदित हो कि पिछले कई दिनों से रात में एक-एक बजे तक लोगों के घर पर छापे मारे जा रहे थे, पैसे ढूंढे जा रहे थे की चुनाव में ना बांटे जाएं प्रशासन मुस्तैद है इस बात को लेकर की पूरे जनपद में कहीं दारू या पैसे ना बाटे इसके बावजूद भी यदि इस तरीके के आरोप और प्रत्यारोप हो रहे हैं तो इसका क्या कारण हो सकता है? मिली सूचना के अनुसार लगभग आधे घंटे तक चौराहे पर काफी गहमा गहमी रही, पुलिस घटनास्थल पर पहुंचकर किसी तरह से समझा बूझकर मामला शांत करवाया.