राजस्थान के करौली में दलित लड़की की गैंगरेप के बाद की गई हत्या पर भड़कीं मायावती, कहा राज्य सरकार के लिए अति-शर्म की बात

लखनऊ. राजस्थान में दलित लड़की की अपहरण, गैंगरेप फिर गोली मारकर हत्या करने का मामला तूल पकड़ते जा रहा है. इस मामले को लेकर बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष व उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने गहलोत सरकार पर निशाना साधा है और कहा है कि राजस्थान में भी दलित उत्पीड़न/हत्या का मामला अति-दुःखद तथा वहाँ की राज्य सरकार के लिए अति-शर्म की बात है. उल्लेखनीय है कि राजस्थान के करौली के नादौती उपखंड में दलित लड़की के साथ बर्बरता की सारी हदें पार कर दीं गईं. आरोप है कि लड़की को उसके घर से अगवा किया गया. इसके बाद जंगल ले जाकर उसके साथ गैंगरेप किया. फिर गोली मार दी. आरोपियों ने एसिड डालकर जलाया और फिर कुएं में फेंक दिया. घटना की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव कुएं से निकाला.
मायावती ने इस मामले पर ट्वीट करते हुए लिखा है कि “राजस्थान में भी दलित उत्पीड़न/हत्या का मामला अति-दुःखद तथा वहाँ की राज्य सरकार के लिए अति-शर्म की बात. करौली ज़िले में दलित बच्ची की घर से सोते हुए अपहरण व हत्या करके एसिड से जली उसकी लाश को कुएं में फेंकने की सुनियोजित जातिवादी घटना की जितनी भी निन्दा की जाए वह कम. वैसे तो कांग्रेस हो या बीजेपी जैसी अन्य पार्टियों की सरकारों से गरीबों, मजलूमों, दलितों, आदिवासियों व अति पिछड़े आदि उपेक्षितों के उत्पीड़न तथा उनकी सुरक्षा व सम्मान की उम्मीद कतई नहीं की जा सकती है, फिर भी सरकार से माँग है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करे.”

राजस्थान के करौली में 18 वर्षीय लड़की का शव एक कुएं में मिला. आरोप है कि लड़की का अपहरण कर उसके साथ गैंगरेप किया गया, फिर तेजाब से हमला किया. घटना को लेकर सांसद किरोड़ी लाल मीणा सहित भाजपा नेताओं और लड़की के परिजनों ने अस्पताल के बाहर धरना दिया. परिजनों ने आरोपियों की गिरफ्तारी और 50 लाख रुपये मुआवजे और सरकारी नौकरी की मांग की है.
इस मामले को लेकर बसपा सुप्रीमो सहित तमाम दलित संगठनों ने भी मोर्चा खोल रखा है.