मोदी को मणिपुर से नफरत, इस बारे में कुछ सुनना – बोलना नहीं चाहते, मांगें माफीः कांग्रेस

नयी दिल्ली. कांग्रेस ने कहा है कि मणिपुर को लेकर सरकार का रवैया देखकर लगता है कि उसे मणिपुर शब्द से ही नफरत हो गई है इसलिए वह इस बारे में कुछ सुनना और बोलना नहीं चाहती है लेकिन इंडिया गठबंधन की मांग है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस मुद्दे पर संसद में जवाब दें तथा मणिपुर के लोगों से माफी मांगे.
कांग्रेस महासचिव रणदीपसिंह सुरजेवाला ने सोमवार को संसद भवन परिसर में विपक्षी दलों के नेताओं के साथ पत्रकारों से कहा कि मोदी सरकार मणिपुर से प्रतिशोध ले रही है और संसद की मर्यादाओं को कुचल रही है. मोदी सरकार को मणिपुर शब्द से ही नफरत है, इसलिए वह संसद में मणिपुर पर चर्चा से भाग रही है.
उन्होंने कहा,“मणिपुर में खुद भाजपा के विधायक मान रहे हैं कि वहां मुख्यमंत्री के संरक्षण में हिंसा हो रही है और ऐसी सरकार को बर्खास्त कर देना चाहिए. प्रधानमंत्री जी को मणिपुर के लोगों से माफी मांगनी चाहिए और यह चर्चा करनी चाहिए कि वह मणिपुर के जख्मों पर कैसे मरहम लगाएंगे. मोदी सरकार पूर्वाग्रह से ग्रसित होकर मणिपुर को लेकर चुप बैठ गई है. वहां कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है, भाई को भाई से लड़ाया जा रहा है. संविधान का शासन कुचल दिया गया है.”
कांग्रेस नेता ने कहा कि जब भाजपा शासित राज्य के पार्टी विधायक मान रहे हैं कि मुख्यमंत्री के संरक्षण में हिंसा हो रही है और वहां की सरकार को बहुत पहले ही बर्खास्त किया जाना चाहिए था लेकिन वहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संरक्षण में मुख्यमंत्री काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा,“सरकार मणिपुर को लेकर चर्चा नहीं चाहती है. वह चाहती है कि चंद घंटों में मणिपुर को लेकर संसद में चर्चा हो और मामला खत्म हो जाए लेकिन श्री मोदी को सामने आना होगा और संसद में मणिपुर पर जवाब देना होगा. मणिपुर का संसद में हनन हो रहा है सदन की गरिमा का हनन हो रहा है. सदन की मार्यादा को खत्म किया जा रहा है.”