श्रीनगर. जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने रविवार को मणिपुर हिंसा को भारत के लिए त्रासदी करार दिया. श्री फारूक ने यहां एक शोक सभा से इतर पत्रकारों से कहा,“मणिपुर हिंसा हम सभी के लिए एक त्रासदी है. हर भारतीय के लिए यह (मणिपुर) पुनर्जागरण का दृश्य है.”
उन्होंने कहा, “सिर्फ कुर्सी के लिए ये लोग ऐसा कैसे कर सकते हैं और नफरत कैसे फैला सकते हैं…बहुत दुर्भाग्यपूर्ण. इस कुर्सी पर लानत है जो लोगों के बीच खाई पैदा कर रही है. ईश्वर एक है और आप उसे किस तस्वीर में देखेंगे यह आप पर निर्भर करता है. यदि आप उन्हें (भगवान को) मंदिर या मस्जिद में देखना चाहते हैं तो वह वहां हैं. यह जानते हुए भी..फिर भी हम बंटे जा रहे हैं…दुर्भाग्यपूर्ण.”
उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया मणिपुर हिंसा के बारे में बात कर रही है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी इसका (मणिपुर घटना) कड़े शब्दों में प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि लेकिन उन्हें यह बात संसद में कहनी चाहिए थी. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा,“प्रधानमंत्री को इसे संसद में कहना चाहिए था और हमारी बात भी सुननी चाहिए थी. हमें उम्मीद है कि हमें मणिपुर मुद्दे पर संसद में बोलने का मौका दिया जाएगा.हमें किसी को चिढ़ाना नहीं है बल्कि दिल की गहराइयों से अपनी बात बतानी है.”